झारखंड के पलामू जिले में स्वास्थ्यकर्मी की लापरवाही सामने आई है। यहां एक व्यक्ति को कुत्ते के काटने पर लगाए जाने वाले रेबीज रोधी टीके की जगह कोविड-19 का टीका लगा दिया गया। मामले की जांच के लिए प्रसाशन ने तीन सदस्यीय दल का गठन किया है।
घटना पाटन प्रखण्ड मुख्यालय स्वास्थ्य केन्द्र की है, जहां शनिवार को नौडीहा गांव के पच्चास वर्षीय राजू सिंह को एक कुत्ते ने काट लिया था और उसके इलाज के लिए वह उक्त केंद्र पहुंचा था। इस बारे में पलामू क्षेत्र के मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी (सिविल सर्जन) डा. अनिल कुमार ने बताया कि मामला लापरवाही का है।
उन्होंने कहा, ‘‘इसकी जांच के लिए डा. एम पी सिंह के नेतृत्व में तीन सदस्यीय दल बनाया गया है। यह दल कल जांच के लिए पाटन जाएगा। इस दल में डा. अनुप कुमार के साथ ही जिला कार्यक्रम प्रबंधक (डीपीएम) दीपक कुमार भी शामिल हैं।’’ उन्होंने बताया कि जिस चिकित्सक की पर्ची पर कोविड-19 का टीका दिया गया उसमें साफ तौर पर रेबीज रोधी टीका दिए जाने का उल्लेख है।
युवक को पहले ही लग चुकी है कोरोना की दोनों डोज़
सिविल सर्जन ने बताया कि मरीज को विशेष निगरानी में रखा गया है। उन्होंने बताया कि अबतक उसके शरीर में कोई खास परिवर्तन के लक्षण नहीं दिखे हैं। डा. अनिल कुमार ने बताया कि मरीज पहले से कोविड-19 के दो टीके ले चुका था और उसने दूसरा टीका एक माह पहले ही टीका लिया था इसलिए मामले को गंभीरता से लिया गया है।
उन्होंने बताया कि जांच रिपोर्ट आने के बाद ही इसके लिए जिम्मेदार स्वास्थ्यकर्मी के विरुद्ध अनुशासनात्मक कारवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि अबतक मरीज की स्थिति सामान्य है। उल्लेखनीय है कि छह माह पूर्व भी पलामू जिले में लापरवाही के कारण कोवैक्सीन की जगह कोविशील्ड के टीके छह लोगों को स्वास्थ्यकर्मियों द्वारा लगा दिए गए थे।