झारखंड के धनबाद जिले में कोयले की खदान में मंगलवार को बड़ा हादसा हो गया। यहां कोयला खदान में उतरे मजदूर चालकर गिरने से दब गए। बताया जा रहा है कि इस घटना में कम से कम 13 मजदूरों की मौत हुई है। अभी भी कई लोगों के दबे होने की खबर है। हालांकि, पुलिस अभी भी इस मामले में कुछ भी बोलने से पीछे हट रही है।
20 फीट की ऊंचाई से भर-भराकर गिर गया कोयला
दरअसल, यह भयानक हादसा मंगलवार दोपहर धनबाद जिले के निरसा प्रखंड के इसीएल मुगमा एरिया की एक कोयला खदान में हुआ। जहां कोयले की अवैध खनन कर रहे मजदूरों पर अचानक 20 फीट की ऊंचाई से मुरमा अचानक भर-भराकर गिर गया। जिसमें काम कर रहे दो दर्जन से ज्यादा इसके नीचे आकर दब गए। अभी तक प्रशासन और पुलिस 13 लोगों के शव निकाल चुका है। वहीं बाकी को निकालने का काम जारी है।
मलबे दबने वालों में कई मासूम बच्चे भी शामिल
बता दें कि प्रशासन ने जिन लोगों को मलबे से जीवित निकाला है उन्हें आनन-फानन में पास के ही एक निजी नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया है। बताया जा रहा है कि इस हादसे के शिकार होने वालों में पुरुष कई समेत बच्चे भी शामिल हैं, जो अवैध खनन करने के लिए आउटसोर्सिंग पर आए थे। वहीं इसीएल प्रबंधन का इस बारे में कहना है कि इस हादसे में जांच की जा रही है।
माफिया सोमवार रात से करवा रहे थे अवैध खनन
बताया जा रहा कि प्रशासन की मनाही के बाद भी भू-माफिया सोमवार रात से ही अवैध कोयला खनन करा रहे थे। मंगलबार सुबह ही एक खदान से मिट्टी गिरने लगी थी। लेकिन फिर भी खनन का काम जारी रखा गया। सबसे पहले एक व्यक्ति की दबने से मौत हुई थी। लेकिन कुछ देर बाद मुरमा भर-भराकर गिर गया और दर्जनों लोग फंस गए। दुर्घटना की सूचना मिलने के बाद आसपास के लोग मौके पर पहुंचे। जिसके बाद माफिया वहां से भाग निकले।
‘झारखंड के मुखिया के इशारे पर हो रहा अवैध खनन’
वहीं इस मामले में धनबाद पुलिस का कहना हैं कि मामले की जांच की जा रही है, इस अवैध खनन को जो भी लोग करा रहे थे उनको छोड़ा नहीं जाएगा। इस मामले में यहां से पूर्व विधायक अरूप चटर्जी ने बताया कि झारखंड के मुखिया के इशारे पर धनबाद में जिला प्रशासन कोयले की चोरी करवा रहा है और आए दिन अवैध खनन में लोगों की जान जा रही है। आए दिन यहां लोगों की मौत हो जाती है, लेकिन पुलिस उनके खिलाफ कुछ कदम नहीं उठाती है।