झारखंड पुलिस को बड़ी क़ामयाबी हाथ लगी है। रांची जिले में पुलिस ने आज (शुक्रवार) प्रतिबंधित संगठन पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट ऑफ इंडिया के 2 उग्रवादियों को गिरफ़्तार किया है। बताया जा रहा है कि एक क्षेत्रीय कमांडर भी इसमें शामिल है जिसके ऊपर 10 लाख रूपए का ईनाम घोषित था। जानकारी के अनुसार, उग्रवादियों की पहचान संगठन के क्षेत्रीय कमांडर-सह-प्रेस प्रवक्ता तिलकेश्वर गोप उर्फ राजेश गोप एवं संगठन के सक्रिय सदस्य सूरज गोप के रूप में की गई है।
उग्रवादी पांच जिलों के 68 मांमलों में वांछित था
रांची के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) किशोर कौशल ने कहा कि तिलकेश्वर झारखंड के पांच जिलों- रांची, खूंटी, सिमडेगा, गुमला और चाईबासा में 68 मामलों में वांछित था। एसएसपी ने कहा कि उस पर 10 लाख रुपये का इनाम था। पुलिस द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, पुलिस ने उग्रवादियों से एक राइफल, दो देसी बंदूकें, 10 कारतूस और 10 मोबाइल फोन भी बरामद किए हैं।
एसएसपी के निर्देश पर टीम गठित की गई
रांची के एसएसपी को 25 जनवरी को एक गुप्त सूचना मिली थी कि प्रतिबंधित संगठन के तीन-चार सदस्य राज्य की राजधानी से लगभग 25 किलोमीटर दूर अंगारा क्षेत्र के एक जंगल में अवैध हथियारों के साथ घूम रहे हैं। एसएसपी के निर्देश पर एक टीम गठित की गई। विज्ञप्ति में कहा गया है कि टीम ने चिन्हित स्थान पर छापा मारा और बुधवार रात प्रतिबंधित संगठन के दो उग्रवादियों को गिरफ्तार कर लिया। उनसे हथियार, कारतूस और मोबाइल फोन बरामद किए जिनका इस्तेमाल जबरन वसूली के लिए किया जा रहा था।