शिवराज जी, आप भाजपा में अपनी “साख” खत्म होने के डर से उसे बचाने के लिए मोदी-शाह की पूजा तो क्या उनके पैर धोके पानी पियो तो भी हमें कतई आपत्ति नहीं..।
– लेकिन देश के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू जी पर टिप्पणी बार बार टिप्पणी आपके “मानसिक दिवालियापन” को दर्शा रहा है..।
— Jitu Patwari (@jitupatwari) August 13, 2019
पटवारी ने एक अन्य ट्वीट में लिखा, ‘मप्र की सत्ता से बेदखल होने के बाद बीजेपी में अपना अस्तित्व बचाने के लिए मोदी-शाह की चापलूसी में मशगूल शिवराज जी मप्र की मर्यादा का ख्याल रखें। आप 13 साल प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे। मध्य प्रदेश की जनता को पहले एहसास था कि मुख्यमंत्री चुना, लेकिन क्या पता था कि चापलूस चुना’ ज्ञात हो कि जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले अनुच्छेद-370 को हटाए जाने के फैसले को शिवराज ने पंडित जवाहर लाल नेहरू की गलती को सुधारने वाला कदम बताया था।
मप्र की सत्ता से बेदखल होने के बाद BJP में अपना “अस्तित्व” बचाने के लिए मोदी-शाह की चापलूसी में मशगूल @ChouhanShivraj जी मप्र की मर्यादा का ख्याल रखें..।
– आप 13 साल प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे, मप्र की जनता को पहले एहसास था कि मुख्यमंत्री चुना लेकिन क्या पता था कि चापलूस चुना..।
— Jitu Patwari (@jitupatwari) August 13, 2019
साथ ही उन्होंने कहा था कि पहले तो वह मोदी और अमित शाह को अपना नेता मानते थे और श्रद्घा की ²ष्टि से उन्हें देखते थे। मगर इस कदम के कारण अब वह उनकी पूजा करते हैं।