मध्यप्रदेश के धार जिले में मॉब लिंचिंग की दिल दहलाने वाली घटना से हर कोई हैरान है। इस मामले को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने कमलनाथ सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने इस घटना को लेकर ट्विटर पर लिखा, यह अत्यंत ही दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। प्रदेश में कानून और व्यवस्था प्रदेश में पूर्णत: ध्वस्त हो चुकी है।
कानून का डर बिल्कुल समाप्त हो गया है, जंगलराज इसे ही कहते हैं! उन्होंने कहा कि इस पूरी घटना की गहन जांच होनी चाहिए और इसके पीछे जो जिम्मेदार अपराधी हैं, उनके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई होना चाहिए। इस पर मुख्यमंत्री कमलनाथ ने घटना पर सख्त रुख अख्तियार करते हुए ट्वीट कर लिखा कि धार के मनावर में आपसी विवाद में घटित हुई घटना बेहद दु:खद है। ऐसी घटनाएं मानवता को शर्मसार करने वाली हैं, जिन्हें बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।
मुख्यमंत्री कमलनाथ की ओर से पूरे मामले में प्रशासन को जाच के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही उन्होंन साफ किया है कि इस घटना में जो भी दोषी पाए जाएंगे उनके खिलाफ सख्त कदम उठाया जाएगा।
दरअसल इंदौर जिले के श्योपुर खेड़ा के विनोद मुकाती कुछ समय पहले उज्जैन जिले के 5 साथियों के साथ खिड़किया, बोरलाई और आसपास के गांवों से मजदूर लेने आए थे और इस दौरान कुछ को मजदूरों को 50-50 हजार रुपए एडवांस दिए थे, लेकिन मजदूर बगैर मजदूरी किए अपने गांव आ गए। जब विनोद मुकाती और अन्य लोगों ने पैसे के लिए दबाव बनाया तो उन लोगों ने पैसे देने के लिए अपने गांव बुलाया।
जब ये गांव पहुंचे तो उन पर पत्थरों से हमला कर दिया। जब ये लोग भागने लगे तो यह अफवाह मचा दी कि ये बच्चा चोर गिरोह के लोग हैं। इस पर वहां भीड़ इकट्ठा हो गई और इन लोगों से मारपीट करने के अलावा कार को भी आग लगा दी। इस घटना में एक व्यक्ति की मौत हो गई तथा 6 लोग घायल हुए हैं, जिन्हें मनावर जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।