पटना : बिहटा के सिकन्दरपुर मौजा स्थित एनआईटी के लिए प्रस्तावित जमीन पर हो रहे बाउंड्री को लेकर किसानों द्वारा दी जा रही धरना पर केन्द्रीय ग्रामीण विकास राज्य मंत्री रामकृपाल यादव ने पहुंचकर किसानों की समस्याओं का निदान करने का आश्वासन देते हुए पटना के जिलाधिकारी कुमार रवि से बात कर समस्याओं से अवगत कराया। किसानों ने केन्द्रीय मंत्री से अपनी समस्या से अवगत कराते हुए कहा कि बियाडा ने उक्त मौजे में करीब 300 एकड़ जमीन का अधिग्रहण कर लिया है।
अधिग्रहित जमीन केपश्चिमी छोर पर दक्षिण से उतर की ओर जाने वाली आहर-पइन के करी 40 फीट जमीन का घेराबंदी कर रही है। उक्त आहर-पइन में वर्षा का पानी का बहुत बड़ा जलस्रोत है जिसके माध्यम से जल का निकासी पथलौटिया, कटेसर, आनंदपुर होते हुए निकलता है। वर्षा के समय दक्षिण की ओर से आने वाली पानी का बहाव उक्त आहर से होता है। अगर इसे एनआईटी घेराबंदी कर देती है तो एक बड़ा जलस्रोत बंद हो जायेगा। कृषि युक्त भूमि जलमग्न हो जाने से सैकड़ों एकड़ जमीन की फसलें नष्ट हो जायेगी। इसके लिए किसान घेराबंदी से अलग कर ना चाहते हैं।
उक्त सभी समस्याओं को सुन केन्द्रीय मंत्री ने निदान करने का आश्वासन देते हुए कहा कि यहां की समस्याएं विकराल रूप धारण कर सकती है। किसानों का मांग जायज है। इन सभी मामलों को हम पदाधिकारियों के समक्ष रखकर निदान करने का कार्य करेंगे। किसान संघर्ष समिति के अध्यक्ष सह अधिवक्ता रहीश कुमार ने कहा कि अगर इस आहर की घेराबंदी हुई तो आस पास के कई पंचायत के किसानो के सामने भीषण समस्या उत्पन्न हो जायेगी। यहां के किसान चाहते है कि हर हालत में यह आहर पईन की घेराबंदी नहीं होने देगें।
किसान मंच के अध्यक्ष ब्रजमोहन सिंह व आप के जिलाध्यक्ष ब्रह्मप्रकाश चौधरी ने कहा कि आर्सेनिकयुक्त पानी से हो रहे दुष्परिणामों से हजारो हजार लोग केंसर जैसे भयंकर बिमारियो से बबार्द एंव तबाह हो रहे है। उक्त अवसर पर पूर्व मुखिया रमेश चन्द्र राय, संकेश कुमार, विजेन्द्र यादव, , रवि कुमार, गुडडू कुमार, वीर दयाल, संजीवन कुमार, सुरेन्द्र यादव,सत्येन्द यादव,पप्पूपासवान,हरि पासवान,मो.आलम,विजय प्रसाद, मदन मस्ताना सहित सैकड़ों किसान शामिल थे।