मध्य प्रदेश की कैबिनेट मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया ने ऐलान किया है कि वह आगामी विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगी। आपको बता दे कि यशोधरा राजे केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की चाची हैं।
जो शिवपुरी सीट से चौथी बार विधायक और ग्वालियर से 2 बार पूर्व सांसद ने अपने फैसले से प्रदेश नेतृत्व को अवगत करा दिया है। वही , प्रदेश नेतृत्व को लिखे पत्र में उन्होंने चुनाव न लड़ने की इच्छा के पीछे स्वास्थ्य कारणों का हवाला दिया है।
प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष वी.डी. शर्मा ने शुक्रवार को भोपाल में संवाददाताओं से कहा कि यशोधरा जी हमारी वरिष्ठ और सम्मानित नेता हैं। उन्होंने करीब 3 महीने पहले पार्टी को गंभीर स्वास्थ्य कारणों से चुनाव लड़ने की अनिच्छा के बारे में सूचित किया था।
बता दे कि दिग्गज बीजेपी नेता विजया राजे सिंधिया की 5 संतानों में सबसे छोटी यशोधरा राजे सिंधिया ने 1998, 2003, 2013 और 2018 में शिवपुरी सीट से चुनाव जीता था, जबकि उन्होंने 2007 और 2009 में ग्वालियर से 2 लोकसभा चुनाव भी जीते थे।
इस बीच, 69 वर्षीय कैबिनेट मंत्री की आगामी विधानसभा चुनाव नहीं लड़ने की इच्छा ने उनके भतीजे ज्योतिरादित्य सिंधिया के अपनी चाची की शिवपुरी सीट या बमोरी या कोलारस सीटों से विधानसभा चुनाव में पहली बार प्रवेश करने की संभावना के बारे में अटकलें तेज कर दी हैं।
खास बात ये है कि ये 3 विधानसभा सीटें उनकी लोकसभा सीट गुना के हिस्से हैं जो वह साल 2019 के आम चुनावों में बीजेपी के केपी यादव से हार गए थे।
हाल ही में जारी मध्य प्रदेश विधानसभा चुनावों के लिए 39 सदस्यीय दूसरी लिस्ट में बीजेपी के 3 केंद्रीय मंत्रियों सहित अपने सात मौजूदा सांसदों को उम्मीदवार बनाए जाने से अटकलें विशेष रूप से मजबूत हो गईं।