पश्चिम बंगाल में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों के मद्देनजर सियासी बयानबाज़ी ज़ोरों पर है। राज्य की सत्ताधारी पार्टी टीएमसी और बीजेपी के बीच की जुबानी लड़ाई दिन ब दिन तल्ख़ होती जा रही है। बीजेपी के अध्यक्ष जेपी नड्डा के काफिले पर हुए हमले के बाद से बीजेपी टीएमसी पर हमलावर है। इस बीच बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने दावा किया है कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर सत्ता में लौटने के लिए ‘‘हिंसा पर निर्भर’ है। उन्होंने कहा, राज्य में ‘वर्तमान राजनीतिक हिंसा एवं आतंक के माहौल’ पर ‘पूर्ण विराम’ लगाने के लिए तत्काल केंद्रीय बलों को तैनात किया जाना चाहिए।
विधानसभा चुनाव के मद्देनजर बीजेपी के बंगाल रणनीतिकार ने चुनाव आयोग से स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित कराने की अपील की और कहा कि भय एवं हिंसा की कोई जगह नहीं होनी चाहिए। विजयवर्गीय ने बीरभूमि जिले के शांतिनिकेतन में यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘ममता बनर्जी को मालूम है कि उनके पैर के नीचे से जमीन खिसक गयी है इसलिए वह हिंसा की ताकत पर राज्य में सत्ता में लौटने का प्रयत्न कर रही हैं।’’
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उन्होंने कहा, ‘‘ मैं चुनाव आयोग से राज्य में राजनीतिक हिंसा एवं आतंक के माहाौल पर पूर्ण विराम लगाने के लिए अब से ही केंद्रीय बल तैनात करने की अपील करता हूं।’’ बीजेपी अध्यक्ष जे पी नड्डा के काफिले पर सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के कथित कार्यकर्ताओं द्वारा हमला किये जाने को लेकर दोनों दलों के बीच टकराव चल रहा है। गुरुवार को नड्डा जब कोलकाता से दक्षिण 24 परगना जिले के डायमंड हार्बर जा रहे थे, तब उन पर हमला हुआ था।
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने नड्डा पर भीड़ के हमले को लेकर शनिवार को तीन आईपीएस अधिकारियों की केंद्रीय प्रति नियुक्ति मांगी थी। ये तीन अधिकारी- भोलानाथ पांडे (डायमंड हार्बर के पुलिस अधीक्षक, प्रवीण त्रिपाठी (उपमहानिरीक्षक, प्रेसीडेंसी रेंज) और राजीव मिश्रा (अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक, दक्षिण बंगाल) नौ और दिसंबर को पश्चिम बंगाल की यात्रा कर रहे बीजेपी अध्यक्ष की सुरक्षा के लिए जिम्मेदार थे।
गृह मंत्रालय ने शुक्रवार को पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव और पुलिस प्रमुख को समन जारी कर केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला के समक्ष पेश होकर नड्डा के काफिले पर हमले के संबंध में स्पष्टीकरण देने को कहा था। लेकिन ममता बनर्जी सरकार ने उन समन को खारिज कर दिया था। उसके एक दिन बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय ने यह कदम उठाया। रविवार को बीजेपी महासचिव ने 24 दिसंबर को विश्व भारती के स्थापना दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के डिजिटल कार्यक्रम के बारे में चर्चा करने के लिए विश्वविद्यालय के कुलपति विद्युत चक्रवर्ती से भेंट की।
इस विश्वविद्यालय की आधारशिला 22 दिसंबर, 1918 को शांतिनिकेतन में एक विशेष समारोह में रखी गयी थी। बाद में विजयवर्गीय ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘ गुरूदेव रवींद्रनाथ टैगोर द्वारा स्थापित विश्वभारती के कुलाधिपति प्रधानंमत्री डिजिटल माध्यम से कार्यक्रम को संबोधित करने वाले हैं। हमने तौर तरीकों पर चर्चा की। यह अनौपचारिक बैठक थी।