मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के नेता कमलमाथ ने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए आज कहा कि उपचुनाव में जनता द्वारा सच्चाई का साथ देने और अपनी संभावित हार से घबराई भाजपा एक बार फिर सौदेबाजी की राजनीति पर उतर आई है। कमलनाथ के इस ब्यान पर प्रतिक्रिया देते हुए मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि विधायकों से सौदेबाजी का कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ का आरोप उनकी हताशा का प्रतीक है।
मिश्रा ने कमलनाथ के बयान पर ट्वीट के जरिए प्रतिक्रिया में लिखा कि यदि उनके (कमलनाथ) के पास कोई प्रमाण हैं तो वे पेश करें। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता ने कहा कि असल में कांग्रेस विधायकों का कमलनथ पर भरोसा खत्म हो गया है। मिश्रा ने कहा कि 11 नवंबर को कांग्रेस विधायक दल की बैठक में कमलनाथ की प्रदेश से विदाई होगी। कमलनाथ ने अपने ब्यान में कहा कि उनके पास कांग्रेस के विधायकों और निर्दलीय विधायकों की तरफ से निरंतर यह सूचना प्राप्त हो रही है कि भाजपा के लोग उनसे संपर्क करके तरह-तरह के प्रलोभन दे रहे हैं।
उन्होंने कहा कि भाजपा यह समझ ले कि इस प्रदेश की जनता ने सौदेबाजी और बोलियों से बनी सरकार को अस्वीकार कर दिया है। 10 नवंबर को उपचुनाव के परिणाम में आने वाला जनादेश यह सिद्ध करेगा कि सौदेबाजी के माध्यम से बनने वाली सरकारों को जनता खारिज करती है। उन्होंने कहा कि अगर भाजपा ने सरकार में टिके रहने के लिए मध्यप्रदेश की पहचान और जनता के सम्मान को कलंकित करने की सौदेबाजी की तो जनता के साथ मिलकर लोकतंत्र को बचाने के लिए कांग्रेस आक्रमक आंदोलन करेगी।