वंदे मातरम् को लेकर मध्य प्रदेश में मचे घमासान के चलते मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अपने फैसले को वापस ले लिया है। कमलनाथ सरकार ने वंदे मातरम् गायन के लिए नई व्यवस्था शुरु करते हुए कहा है कि भोपाल में अब आकर्षक स्वरूप में पुलिस बैंड और आम लोगों की सहभागिता के साथ वंदेमातरम गायन होगा।
जानकारी के मुताबिक राजधानी भोपाल में अब आकर्षक स्वरूप में पुलिस बैंड और आम लोगों की सहभागिता के साथ वंदे मातरम् गायन होगा। हर महीने के पहले कार्यदिवस पर सुबह पौने 11 बजे पुलिस बैंड राष्ट्र भावना जागृत करने वाली धुन बजाते हुए स्थानीय शौर्य स्मारक से मंत्रालय तक मार्च करेंगे।
इसके साथ ही पुलिस बैंड के मंत्रालय परिसर में पहुंचने पर राष्ट्रगान ‘जन गण मन’ और राष्ट्रीय गीत ‘वंदे मातरम्’ गाया जाएगा। इस कार्यक्रम को आकर्षक बनाकर आम लोगों को इसमें भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया जायेगा। प्रदेश में 13 साल से हर महीने की पहली तारीख को स्थानीय मंत्रालय परिसर में अधिकारी-कर्मचारियों की मौजूदगी में वंदेमातरम गायन होता था।
इस महीने की पहली तारीख को मंत्रालय परिसर में ये गायन नहीं होने के बाद एक नया राजनीतिक विवाद पैदा हो गया था। भारतीय जनता पार्टी ने इसका विरोध करते हुए कांग्रेस की नवनिर्वाचित सरकार पर आरोप लगाए थे। बीजेपी के विरोध के बीच मुख्यमंत्री कमलनाथ का बयान सामने आया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि महीने की पहली तारीख को मंत्रालय में वंदे मातरम् गायन कार्यक्रम को नए रूप में लागू करने का फैसला किया गया है।