मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व वरिष्ठ कांग्रेस नेता कमलनाथ आज देवास जिले के नेमावर में हुई जघन्य हत्याकांड के मामले में नेमावर पहुंचे और पीड़ति परिवार से मुलाकात की। कमलनाथ नेमावर पहुंचकर आदिवासी परिवार के साथ घटित नृशंस हत्याकांड के पीड़ति परिवार के सदस्यों से मुलाकात कर शोक संवेदना व्यक्त की। साथ ही पीड़ति परिवार से इस हत्याकांड की विस्तार से जानकारी ली, जिसमें बताया गया कि पुलिस द्वारा रिपोर्ट लिखने में आनाकानी हुई।
कमलनाथ ने पीड़ति परिवार को हौसला बधाते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी इस दुख की घड़ी में उनके साथ है। उन्होंने आश्वासन दिया कि न्याय दिलाने में हम हरसंभव मदद करेंगे। जब तक न्याय नहीं मिलेगा हम चैन से नहीं बैठेगें। कमलनाथ ने मीडिया से चर्चा करते हुए मांग की कि इस पूरे घटनाक्रम की जांच सीबीआई से होनी चाहिए। इससे इस हत्याकांड के आरोपियों को मिले राजनैतिक संरक्षण का खुलासा हो सकेगा और इस नृशंस हत्याकांड में बरती गई लापरवाही सामने आ सकेगी। साथ ही कमलनाथ ने पीड़ित परिवार के लिए 5-5 लाख रुपए की मदद की घोषणा की। इस मौके पर छिंदवाड़ सांसद नकुलनाथ, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अरुण यादव, सज्जन वर्मा, आदिवासी नेता कांतिलाल भूरिया, जीतू पटवारी, विक्रांत भूरिया सहित अन्य कांग्रेस नेता भी मौजूद थे।
मध्य प्रदेश के देवास जिले के अंतिम छोर पर स्थित नेमावर में एक खेत से पुलिस ने मंगलवार 29 जून की शाम खुदाई कर पांच शव बरामद किए थे। यह सभी लोग 13 मई से लापता थे। पुलिस लगातार सभी पांच लोगों को लगातार तलाश कर रही थी। मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने बारीकी से जांच पड़ताल की और आखिरकार आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ की और फिर उनकी निशानदेही पर खेत में बने 10 फीट गहरे गड्ढे से पांचों शव बरामद किए थे।
पुलिस के मुताबिक इस हत्याकांड की वजह मृतका रुपाली का एक पोस्ट है दरअसल रुपाली और प्रमुख आरोपी सुरेंद्र के बीच लंबे समय से प्रेम संबंध चल रहे थे। लेकिन जब सुरेंद्र की शादी किसी और लड़की से तय हो गई तो रुपाली उससे नाराज़ हो गई। उसने सुरेंद्र की मंगेतर की फोटो इंस्टाग्राम पर डाल दी जो इलाके में वायरल हो गई। आरोपी सुरेन्द्र को यह पता चला तो वो गुस्से से भर गया और उसने रुपाली को रास्ते से हटाने का प्लान बनाया और एक एक करके उसने रुपाली समेत उसके परिवार के पांच लोगों को मार डाला।