वरिष्ठ कांग्रेस नेता एवं मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने इंदौर, देवास और उज्जैन जिले की घटनाओं के संबंध में आज राज्य सरकार से मांग करते हुए कहा कि ऐसी घटनाएं रोकने के लिए वह आवश्यक कदम उठाए। कमलनाथ ने सिलसिलेवार ट्वीट में कहा कि वे सरकार से ऐसे तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग करते हैं। यदि कोई व्यक्ति कानून का उल्लंघन करे, तो वह किसी भी मजहब का हो, उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाना चाहिए।
मध्यप्रदेश में इंदौर, सतना, देवास, नीमच, उज्जैन के बाद अब रीवा में घटित बर्बरता व अमानवीयता की घटना…?
एक युवक की चोरी की शंका पर कितनी बर्बरता से पिटाई की जा रही है ?
आख़िर हमारा प्रदेश कहाँ ले ज़ाया जा रहा है ?
दोषियों पर कड़ी कार्यवाही हो। pic.twitter.com/IAUtXyQIXo— Kamal Nath (@OfficeOfKNath) August 29, 2021
इसके आगे उन्होंने कहा कि यदि कोई प्रदेश की फिजा खराब करे, तो उसके खिलाफ कठोरतम कार्रवाई की जाना चाहिए। ऐसी घटनाएं रोकने के लिए सरकार आवश्यक कदम उठाए। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि इंदौर, देवास और अब उज्जैन जिले के महिदपुर की घटनाएं हमारी गंगा जमुनी तहजीब को बिगाड़ने का कार्य कर रही हैं। लगता है कि यह सब किसी खास एजेंडे के तहत किया जा रहा है और राज्य में कानून का माखौल उड़या जा रहा है।
इस बीच कमलनाथ ने नीमच जिले की घटना के संबंध में जांच के लिए प्रदेश कांग्रेस के नेताओं का एक दल गठित किया है। पूर्व मंत्री कांतिलाल भूरिया के नेतृत्व में 4 विधायकों का दल सिंगोली (नीमच) पहुंचकर पीड़ति परिवार से मुलाकात कर वस्तुस्थिति जानेगा और रिपोर्ट प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के समक्ष प्रस्तुत करेगा।