मध्य प्रदेश में सरकार और कांग्रेस संगठन के बीच बेहतर तालमेल के लिए गठित समन्वय समिति की शनिवार को यहां बैठक हुई जिसमें पार्टी के वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया एवं कुछ अन्य नेताओं के बयानों सहित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा हुई।
बैठक के बाद मुख्यमंत्री कमलनाथ ने सिंधिया की कथित चेतावनी को लेकर तल्ख तेवर दिखाये। सरकार के खिलाफ सड़क पर उतरने की चेतावनी वाले सिंधिया के बयान के बारे में पूछे जाने पर कमलनाथ ने संवाददाताओं से दो टूक कहा, ”तो उतर जाएं।”
सूत्रों का कहना है कि इस बैठक में कमलनाथ सरकार को किसान कर्जमाफी को लेकर कथित तौर पर चेतावनी देने से जुड़े सिंधिया के एक बयान सहित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा हुई।
इस बैठक में मुख्यमंत्री और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ, पार्टी के प्रदेश प्रभारी दीपक बाबरिया, वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह, ज्योतिरादित्य सिंधिया और कुछ अन्य नेता शामिल हुए।
सूत्रों ने बताया कि सिंधिया बैठक के खत्म होने से पहले निकल गए जिसको लेकर बाद ये कयास लगाए जाने लगे कि वो नाराज होकर बैठक से निकल गए।
हालांकि बाद में सिंधिया ने एक चैनल से बातचीत में खुद के नाराज होने की खबरों का खंडन किया और कहा कि वह बैठक खत्म होने से कुछ देर पहले अनुमति लेकर बाहर निकले थे।
खबरों के मुताबिक ज्योतिरादित्य सिंधिया ने पिछले दिनों इस बात पर नाराजगी जताई थी कि सरकार ने राज्य के किसानों से किए गए कर्जमाफी के वादे को निभाया नहीं है। इसी संदर्भ उन्होंने चेतावनी दी थी कि वह अपनी ही पार्टी की सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतरेंगे।