मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने पाकिस्तान में की गई ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली केन्द्र सरकार पर फिर से निशाना साधा और कहा कि इसे लेकर केवल मीडिया में शोर मचाया गया और इसके सबूत अब तक देश के लोगों को नहीं दिए गये है।
कमलनाथ ने यहां मोदी सरकार पर तंज कसते हुए संवाददाताओं से कहा, ‘‘बस केवल मीडिया में सर्जिकल स्ट्राइक हो गयी। किसी ने कोई फोटो देखी है? किसी ने कोई आंकड़े देखे हैं?’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैं पूछना चाहता हूं कि कितने लोग मारे गये? कितनी इमारतें गिरायी गईं? कितने आंतकवादियों को मारा? आज तक न तो आंकड़े दिये है और न ही कोई फोटो दिये हैं। केवल मीडिया में इसका शोर।’’
कमलनाथ ने मोदी सरकार से ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ के सबूत पेश करने की मांग करते हुए कहा, ‘‘मैंने तो यह कहा भी है कि जनता को इसमें (सबूत मांगने में) कोई संकोच या शर्म क्यों आयेगी?’’
जब उनसे सवाल किया गया कि क्या आपको लगता है कि सर्जिकल स्ट्राइक फर्जी थी तो इस पर उन्होंने कहा, ‘‘नहीं। देखिए हमारी सेना और वायुसेना कोई ‘फेक’ काम नहीं करती। हमें तो बड़ा गर्व है अपनी वायु सेना और सेना पर कि ऐसी घटना हुई। लेकिन देश को और आपको जानकारी तो दें।’’
कमलनाथ ने कहा, ‘‘हम सर्जिकल स्ट्राइक पर शक नहीं कर रहे। लेकिन बस यह कह देना सर्जिकल स्ट्राइक हुई, यह पर्याप्त नहीं है। देश की जनता को तो बताएं कि यह कहां हुई, कैसे हुई और इसके क्या परिणाम थे। देश की जनता यह जानना चाहती है।’’
उन्होंने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘ये एक सर्जिकल स्ट्राइक भी दिखा दें।’’
उन्होंने कहा, ‘‘(पूर्व प्रधानमंत्री) इंदिरा गांधी ने पाकिस्तान के 90,000 सैनिकों को आत्मसमर्पण कराया था। उनको गिरफ्तार किया था और इसे पूरे देश की जनता ने देखा, विश्व ने देखा।’’