मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने शनिश्चरी अमावस्या पर महाकाल की नगरी उज्जैन में क्षिप्रा नदी के सूखने से श्रद्धालुओं को स्नान में आयी बाधा की घटना को बेहद गंभीरता लेते हुए पूरे मामले की जांच कर तुरंत रिपोर्ट देने का कहा है। श्री कमलनाथ ने इस संबंध में मुख्य सचिव को उक्त पूरे मामले की जाँच कर तुरंत रिपोर्ट देने को कहा है। उन्होंने कहा है कि जानकारी होने के बाद भी श्रद्धालुओं के स्नान की माक़ल व्यवस्था क्यों नहीं की गयी।
इसके साथ ही उन्होंने नर्मदा का पानी क्षिप्रा नदी में क्यों आ नहीं पाया, इसके पीछे क्या कारण है, किसकी लापरवाही है, पूर्व से ही सारे इंतत्राम क्यों नहीं किये गये। उन्होंने पूरे मामले की जाँच के निर्देश भी दिए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि लापरवाही सामने आने पर दोषियों पर कार्यवाही होगी। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार में धार्मिक आस्थाओं के साथ खिलवाड़ का कोई भी छोटा सा मामला भी में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने मकर सक्रांति और भविष्य में इस तरह की परिस्थिति दोबारा निर्मित ना हो, इसको सुनिश्चित किया जाये।