विवादित बयानों के लेकर अक्सर चर्चा में रहने वाली एक्टर्स कंगना रनौत की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं। बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत ने एक सिख संगठन की शिकायत के बाद मुंबई पुलिस द्वारा पिछले महीने दर्ज की गई प्राथमिकी को रद्द करने के अनुरोध को लेकर बम्बई उच्च न्यायालय का रूख किया है।
शिकायतकर्ताओं ने आरोप लगाया था कि रनौत ने 21 नवंबर को एक इंस्टाग्राम पोस्ट में विवादास्पद कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली की सीमाओं पर किसानों के आंदोलन को एक खालिस्तानी आंदोलन के रूप में चित्रित किया था। इसके बाद यहां पुलिस ने उनके खिलाफ ‘धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने’ का मामला दर्ज किया था। अपनी पोस्ट में, अभिनेत्री ने ‘‘खालिस्तानी आतंकवादियों’’ का उल्लेख किया था।
अभिनेत्री द्वारा वकील रिजवान सिद्दीकी के माध्यम से पिछले महीने दायर की गई याचिका में कहा गया है कि उनकी पोस्ट का गलत अर्थ निकाला गया और उनका सिख समुदाय की भावनाओं को आहत करने का कोई इरादा नहीं था। याचिका में कहा गया है कि यह पोस्ट किसानों के खिलाफ नहीं बल्कि एक प्रतिबंधित संगठन के खिलाफ है और यह अभिव्यक्ति की आजादी के उनके मौलिक अधिकार के तहत है। याचिका में अनुरोध किया गया है कि उच्च न्यायालय को ‘‘एफआईआर को रद्द करके उसके वैध अधिकारों और स्वतंत्रता की रक्षा करनी चाहिए।’’याचिका को सुनवाई के लिए अभी सूचीबद्ध किया जाना है।