किसान आंदोलन को लेकर अपनी टिप्पणियों के चलते विवादों में रहीं कंगना रनौत ने भारत बंद का विरोध किया है।कंगना रनौत शुरू से ही किसान आंदोलन का विरोध करती रही हैं। उन्होंने इस बारे में कई ट्वीट भी किए जिसके चलते उनकी कई अन्य सेलेब्स के साथ जुबानी भिडंत भी हुई। हालांकि किसान आंदोलन अपनी धारा में आगे बढ़ता रहा और अब 8 दिसंबर को किसानों ने भारत बंद का आवाह्न किया है।
फिल्म मणिकर्णिका फेम ऐक्ट्रेस ने ट्वीट कर भारत बंद की तुलना चलती नाव में कुल्हाड़ी से छेद किए जाने से की है। कंगना ने सद्गुरु जग्गी वासुदेव का एक वीडियो रीट्वीट करते हुए शायराना अंदाज में लिखा, “आओ भारत को बंद कर देते हैं, यूं तो तूफानों की कमी नहीं इस नाव को, मगर लाओ कुल्हाड़ी, कुछ छेद भी कर देते हैं, रह रह के रोज मरती है हर उम्मीद यहां, देशभक्तों से कहो अपने लिए देश का एक टुकड़ा अब तुम भी मांग लो, आ जाओ सड़क पर और तुम भी धरना दो, चलो आज यह किस्सा ही खत्म करते हैं।”
आओ भारत को बंद कर देते हैं, यूँ तो तूफ़ानों कि कमी नहीं इस नाव को, मगर लाओ कुल्हाड़ी कुछ छेद भी कर देते हैं, रह रह के रोज़ मरती है हर उम्मीद यहाँ, देशभक्तों से कहो अपने लिए देश का एक टुकड़ा अब तुम भी माँग लो, आजाओ सड़क पे और तुम भी धरना दो, चलो आज यह क़िस्सा ही ख़त्म करते हैं 🙂 https://t.co/OXLfUWl1gb
— Kangana Ranaut (@KanganaTeam) December 8, 2020
इस वीडियो में सद्गुरु प्रदर्शनों को लेकर कहते हैं कि इस तरह से हम आजादी से पहले की मानसिकता दिखाते हैं। उस दौर में महात्मा गांधी ने अंग्रेजों का विरोध करने के लिए हिंसा की बजाय बंद करने की शुरुआत की थी। उस दौर में यह बहुत अच्छा उपाय था, लेकिन आज के लिए सही नहीं है। आजाद भारत में हम इसे सही नहीं कह सकते।
सद्गुरु ने कहा कि राजनीति में आज लोग किसी समस्य के समाधान पर बात नहीं करते हैं बल्कि यह कोशिश करते हैं कि कैसे अपने कुछ समर्थकों को लेकर हाईवे रोक दिया जाए। पानी और बिजली को रोक दिया जाए। लोग इस तरह के कामों से नेता बनना चाहते हैं। देश के नागरिकों को सोचना चाहिए कि कुछ भी बंद करने वाला नेता नहीं होना चाहिए बल्कि चीजों को बेहतर ढंग से चलाने वाला व्यक्ति लीडर होना चाहिए। हालांकि सद्गुरु का यह वीडियो किसान आंदोलन के दौरान का नहीं है बल्कि काफी पुराना है।