पटना : विधान पार्षद राधाचरण साह की अध्यक्षता में कानू-हलवाई राजनैतिक चेतना मंच का समीक्षात्मक बैठक संपन्न हुई। बैठक् को संबोधित करते हुए नंद कुमार प्रसाद साह उर्फ नंदू भाई ने कहा कि कानू हलवाई समाज के जागरूक लोगों ने स्वेच्छा से बिहार केदूर दराज शहरी और ग्रामीण इलाके के कोने-कोने से अपने संसाधन से गांधी मैदान में लाखों की संख्या में उपस्थित होकर जिस चट्टानी एकता का परिचय दिया वह इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गया है।
हमें अपने समाज के हक और हकूक की लड़ाई लडऩे के लिए इस रैली में उपस्थित विशाल जन समूह ने एक नई ऊर्जा दी है। उन्होंने कहा कि इस समाज की आबादी 7 प्रतिशत होने के बावजूद आज देश के सर्वोच्च सदन लोकसभा अथवा राज्यसभा में हमारा प्रतिनिधित्व करने वाला एक भी प्रतिनिधि नहीं है। सरकार अविलम्ब कानू-हलवाई आयोग का गठन करे और समाज को अनुसूचित जाति का दर्जा दे। बैठक की अध्यक्षा कर विधान पार्षद राधाचरण साह उर्फ सेठ जी ने कहा कि हमारे समाज की आबादी 7 प्रतिशत है और आबादी के हिसाब से हमें सत्ता में भागीदारी चाहिए। उन्होंने राजनीतिक दलों को आगाह किया कि अब हम अपनी उपेक्षा बर्दाश्त नहीं करेंगे।
जो हमें हमारी हिस्सेदारी देगा और हमारी मांगों को पूरा करेगा उसी के साथ हमारा समाज कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा होगा। विधायक केदार प्रसाद गुप्ता ने कहा कि कानू हलवाई समाज आर्थिक रूप से काफी पिछड़ा है लेकिन इस समाज की इतनी विशाल जनसंख्या होने के बावजूद आज तक प्रदेश के विधायी सदन लोकसभा एवं राज्यसभा में प्रतिनिधित्व नहीं है लेकिन अब समाज अपने हक और हिस्सा पाने के लिए हर संघर्ष करने को तैयार है।
कानू-हलवाई सामाजिक चेतना मंच के अध्यक्ष, विधान पार्षद राधाचरण साह, संरक्षक नंद कुमार साह उर्फ नंदू भाई को बनाने का निर्णय लिया गया। समीक्षात्मक बैठक में टुनटुन साह, सीमा साह, प्रेमलता, देवेन्द्र साह, रेणु देवी, छोटी देवी, अंजु देवी, गोपाल गुप्ता, डा. उपेन्द्र विद्रोही, प्रो. सुरेश साह, विनोद गुप्ता, रत्नेश गुप्ता, विकास गुप्ता, शंभु गुप्ता, देवेन्द्र गुप्ता, संतोष गुप्ता, रामाशीष साह उर्फ शुकूल जी, गणेश कानू, डा. अनिल कुमार अनल, संतोष गुप्ता, धानजी प्रसाद, भोला गुप्ता, नंदलाल गुप्ता, विकास गुप्ता, कुंदन कुमार गुप्ता, मनोज कुमार साह, सतगुरू प्रसाद, सन्नी साह समेत अन्य जिलों के प्रतिनिधि उपस्थित थे।