भाजपा युवा मोर्चा के कार्यकर्ता प्रवीण कुमार नेट्टारे की सनसनीखेज हत्या मामले की जांच कर रही राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के अधिकारियों ने गुरुवार को सोशल डेमोकेट्रिक पार्टी ऑफ इंडिया (एसडीपीआई) के राष्ट्रीय सचिव रियाज फरंगीपेटे के घर पर छापा मारा। एनआईए अधिकारी पेर्लिया के बी.सी. रोड पर स्थित उनके घर की तलाशी ले रहे हैं। सत्तारूढ़ भाजपा के नेताओं ने एसडीपीआई पर बार-बार हिंदू और भाजपा कार्यकर्ताओं के खिलाफ नफरत फैलाने के लिए अभियान चलाने और राष्ट्र विरोधी तत्वों से हाथ मिलाने का आरोप लगाया है।
एसडीपीआई ने किया था आरोपों का खंडन
वही, उन्होंने प्रवीण और बजरंग दल के कार्यकर्ता हर्ष की हत्या के पीछे एसडीपीआई की भूमिका का भी आरोप लगाया। हालांकि, एसडीपीआई ने इन आरोपों का खंडन किया और भाजपा को अपने आरोपों को साबित करने की चुनौती दी है। एसडीपीआई ने प्रवीण की हत्या के सिलसिले में बिना किसी सबूत के उनके कार्यकर्ता की गिरफ्तारी का भी आरोप लगाया है। एनआईए ने मंगलवार को दक्षिण कन्नड़ जिले में 38 से अधिक ठिकानों पर छापेमारी की।
सीएम ने की थी पीड़ित परिवार से मुलाकात
मुख्यमंत्री बोम्मई ने कहा था कि प्रवीण की हत्या कुछ तत्वों द्वारा संदेश भेजने के लिए की गई थी। उन्होंने कहा कि सांप्रदायिक अशांति पैदा करने की कोशिश कर रहे नेटवर्क के खिलाफ जांच की जाएगी। प्रवीण की हत्या की जांच में अब तक सामने आया था कि उसकी हत्या मसूद की हत्या का बदला लेने के लिए की गई थी। 26 जुलाई को दक्षिण कन्नड़ जिले के बेल्लारे कस्बे में बाइक सवार बदमाशों ने भाजपा कार्यकर्ता प्रवीण पर हमला कर उसकी हत्या कर दी थी।
इस घटना के बाद मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने प्रवीण के परिवार से मुलाकात की और सरकार की ओर से मुआवजे के रूप में 25 लाख रुपये का चेक जारी किया। भाजपा ने अलग से 25 लाख रुपये दिए थे। इस घटना ने सत्तारूढ़ भाजपा के खिलाफ पूरे कर्नाटक में भाजपा कार्यकर्ताओं के विरोध की एक चेन शुरू कर दी है। आंदोलनकारियों ने गृह मंत्री अरागा ज्ञानेंद्र के आवास को घेर लिया था, जिससे सत्ता पक्ष को भारी शमिर्ंदगी उठानी पड़ी।