कर्नाटक की राजनीति में इस समय काफी उथल-पुथल का माहौल बना हुआ है। विपक्षी दल कांग्रेस प्रदेश सरकार पर हमलावर बने हुए है। तो वहीं, मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने कथित बिटक्वाइन घोटाले के मुद्दे पर राजनीति करने का आरोप लगाते हुए सोमवार को एक बार फिर विपक्षी दल से कहा कि अगर उसके पास कोई दस्तावेज है तो वह जांच एजेंसियों को दे।
बिटक्वाइन मुद्दे पर एक सवाल के जवाब में बोम्मई ने कहा, ‘‘आपको उनसे (कांग्रेस से) सवाल करने चाहिए, मैंने कहा है कि अगर कोई दस्तावेज है तो उसे प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) या पुलिस को दें, ताकि इसे गंभीरता से लिया जाए। मैं पहले ही कह चुका हूं कि अगर कोई सच्चाई है तो, उसकी जांच की जाएगी।’’ पत्रकारों से उन्होंने कहा ‘‘कांग्रेस उसे जीवित रखना चाहती है जो मुद्दा है ही नहीं। यह कुछ और नहीं बल्कि राजनीति है।’’
सीसीबी अधिकारियों द्वारा शहर के एक हैकर श्रीकृष्ण ऊर्फ श्रीकी से नौ करोड़ रुपये कीमत के बिटक्वाइन जब्त किए जाने के बाद इस घोटाले में राजनीतिक रूप से प्रभावी लोगों के शामिल होने को लेकर कुछ समय से अटकलें लगायी जा रही हैं। हैकर श्रीकी पर सरकारी पोर्टल हैक करने, डार्क नेट के माध्यम से मादक पदार्थों के लेन-देन और क्रिप्टो करेंसी की मदद से उसका भुगतान करने का आरोप है।
कांग्रेस नेताओं ने इस घोटाले में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेताओं, उनके परिजनों और वरिष्ठ अधिकारियों के शामिल होने का आरोप लगाया है। उसने सरकार पर घोटाले को छुपाने का आरोप भी लगाया है।
