कर्नाटक में होने वाले आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर सभी राजनितिक दलों ने कमर कस ली है। इस बीच कांग्रेस विधायक प्रियांक एम खड़गे ने मुख्यमंत्री पद का एक चेहरा घोषित किये जाने के दावों को कुछ लोगों की शरारत बताते हुए बृहस्पतिवार को खारिज कर दिया और जोर दे हुए कहा कि चुनाव सामूहिक नेतृत्व के तहत लड़ा जाएगा।
नेता प्रतिपक्ष सिद्धरमैया को कांग्रेस की ओर से मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बनाए जाने का कुछ विधायकों द्वारा समर्थन किये जाने पर खड़गे ने कहा कि यह उन सब का निजी विचार हो सकता है, पार्टी का नहीं। उन्होंने कहा, ”इन सब चीजों की एक प्रक्रिया होती है। वे सीएलपी (कांग्रेस विधायक दल) के साथ सलाह-मशविरे के लिये जा रहे हैं।
चुनाव अभी बहुत दूर (दो साल) हैं। मुख्यमंत्री कौन बनेगा, यह सवाल तब पैदा होगा जब आपके पास बहुमत होगा।” हाल के कुछ दिनों में देखा गया है कि कांग्रेस के कम से कम आधा दर्जन विधायक सिद्धरमैया का समर्थन कर रहे हैं, जिससे पार्टी में आंतरिक गुटबाजी सामने आ गयी है।
बताया जा रहा है कि कुछ विधायक पार्टी के प्रदेश प्रमुख डी के शिवकुमार का समर्थन कर रहे हैं। खड़गे ने कहा कि मुख्यमंत्री या मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार कौन होगा, इसपर बात करना पूरी तरह समय की बर्बादी है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे के बेटे प्रियांक ने कहा फिलहाल महामारी के दौरान ज्यादा से ज्यादा लोगों के बीच पहुंचकर उनकी मदद करने, टीकाकरण कार्यक्रम में भाजपा के ”पाखंड” को उजागर करने, जमीनी स्तर पर पार्टी को मजबूत करने और मिलकर चुनाव लड़ने की तैयारियों पर ध्यान देना चाहिये।