कर्नाटक कांग्रेस प्रमुख डीके शिवकुमार के ठिकानों पर सोमवार को छापेमारी के दौरान सीबीआई ने 50 लाख रुपए की नकदी बरामद की। आय से अधिक संपत्ति जुटाने के मामले में हुई इस छापेमारी को लेकर कांग्रेस ओर बीजेपी के बीच आरोप प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है। इस बीच कर्नाटक के उप मुख्यमंत्री सी एन अश्वत्थ नारायण ने स्पष्ट किया है कि यह कार्रवाई राजनीति से प्रेरित नहीं है।
दरअसल, तीन नवंबर को राज्य की दो विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव होने हैं। नारायण के कार्यालय ने एक बयान में उनको उद्धृत करते हुए कहा, “आयकर विभाग और प्रवर्तन निदेशालय ने पूर्व में भी शिवकुमार के परिसरों पर छापेमारी की थी और सीबीआई की छापेमारी हो सकता है उसी से जुड़ी हो, इसलिए इसे राजनीतिक रंग नहीं देते हैं।” उन्होंने कहा कि व्यवस्था समाज में किसी भी व्यक्ति से बड़ी है।
उप मुख्यमंत्री ने कहा, “सच को बाहर आने दीजिए।” उन्होंने कहा कि शिवकुमार ने खुद पूर्व में कहा था कि वह जांच में सहयोग करेंगे और उनके पास अपनी ईमानदारी साबित करने का यह एक अवसर है। नारायण ने कहा, “ऐसे मुद्दे पर राजनीति करना सही नहीं है। कुछ लोग इसे राजनीति से प्रेरित बताकर फायदा उठाने की कोशिश कर रहे हैं। छापों और उपचुनावों में कोई संबंध नहीं है।”
आय से अधिक संपत्ति के मामले में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डी के शिवकुमार से जुड़े 14 ठिकानों पर सीबीआई के छापे चल रहे हैं। कांग्रेस नेताओं ने केंद्र और प्रदेश की बीजेपी सरकारों पर निशाना साधते हुए सीबीआई छापों के समय पर सवाल उठाए हैं। राज्य में तीन नवंबर को सीरा और आर आर नगर विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनाव होने हैं। सीबीआई छापों के खिलाफ कांग्रेस कार्यकर्ता शिवकुमार के आवास और अन्य जगहों पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं और एजेंसी को “बीजेपी की एजेंट” करार दे रहे हैं।