कर्नाटक में भारतीय जनता पार्टी ने 2013 और 2014 में टेंडरश्योर शहरी सड़क क्रियान्वयन के लिए विनिर्देश परियोजनाओं में अनियमितताओं का आरोप लगाते हुए राज्य के कांग्रेस पूर्व सीएम सिद्दरमैया के खिलाफ लोकयुक्त में शिकायत दर्ज की है।
भाजपा के अध्यक्ष ने कहा कांग्रेस लगा रही है बेबुनियाद आरोप
भाजपा के एससी (अनुसूचित जाति) मोर्चा के अध्यक्ष एवं पार्षद चलावाडी नारायणस्वामी ने लोकायुक्त में शिकायत दर्ज कराने के बाद सोमवार को पत्रकारों को बताया कि कांग्रेस बिना किसी सबूत के 40 प्रतिशत कमीशन का आरोप लगा रही है और भाजपा तथा राज्य सरकार के खिलाफ अफवाह फैला रही है।
क्या इस मामले में कांग्रेस के पास नहीं साबूत?
नारायणस्वामी ने कहा, हमने लोकायुक्त के पास शिकायत दर्ज कराई है। हम जो आरोप लगा रहे हैं, उसके लिए हमारे पास सबूत हैं, लेकिन उनके पास नहीं हैं। वे अब तक कोई सबूत पेश नहीं कर पाए हैं। उन्होंने कहा कि 2013-14 में ‘टेंडरश्योर’ परियोजनाओं के लिए वास्तविक निविदा की तुलना में 53.86 प्रतिशत अधिक धन जारी किया गया और भाजपा ने इसे साबित करने के वास्ते कुछ दस्तावेज सौंपे हैं।
भ्रष्टाचार को लेकर नारायणस्वामी ने क्या कहा?
नारायणस्वामी ने कहा कि भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) को कम से कम 10 ऐसे मामले बताए गए हैं, जिनमें सिद्दरमैया को उनके कार्यकाल के दौरान ‘क्लीन चिट’ दी गई थी।
कैग की रिपोर्ट क्या है?
उन्होंने कहा कि सिद्दरमैया के खिलाफ 65 मामले थे और उनमें पूछताछ करने के बजाय, उन्होंने लोकायुक्त को बंद करने का विकल्प चुना। इससे पहले, कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री के सुधाकर ने भारत के नियंत्रक एवं महालेखापरीक्षक (कैग) की एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा था, हम चाहते हैं कि उनके खिलाफ बाकी सभी 50 मामलों की जांच हो। कैग की रिपोर्ट में दावा किया गया था कि सिद्दरमैया के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार में 35,000 करोड़ रुपये की वित्तीय अनियमितताएं हुई थीं।