कर्नाटक में सुत्रों के मुताबिक हिंदू संगठनों और धर्मगुरुओं द्वारा आंदोलन की चेतावनी के बाद राज्य की सरकार जल्द ही धर्मांतरण पर कानुन बनाने की तैयारी कर रही है। ‘श्री राम सेना’ ने सरकार को चेतावनी दी है कि, यदि कर्नाटक में सत्तारूढ़ भाजपा सरकार जबरन धर्मांतरण पर प्रतिबंध लगाने के लिए कानून नहीं बनाती है तो वह राज्यव्यापी आंदोलन शुरू करेंगे। इस मामलें में सरकार कानून बनाने के लिए पूरी तरह तैयार है और अगले महीने बेलगावी में सुवर्ण सौधा में होने वाले आगामी शीतकालीन सत्र में इस विधेयक पर विचार किया जाएगा। इस खबर की भाजपा के सूत्रों ने पुष्टि की है । राज्य में विभिन्न मठों के संतों ने भी सरकार से इस अधिनियम को लागू करने की अपील की है।
अंग्रेजों के काल से ही हो रहे है धर्म परिवर्तन : मुथालिक
धर्म परिवर्तन के खिलाफ कानून बनाने की मांग को लेकर शुक्रवार को मुख्यमंत्री ‘बसवराज बोम्मई’ से मुलाकात से मुलाकात की। मुथालिक के अनुसार, अंग्रेजों के काल से ही धर्म परिवर्तन हो रहे हैं। इस मामले पर मुख्यमंत्री बोम्मई ने मांग पर सकारात्मक प्रतिक्रिया देते हुए कहा, कर्नाटक सरकार पहले से ही इस संबंध में कुछ राज्यों द्वारा पारित कानूनों का अध्ययन कर रही है। कर्नाटक जल्द ही अपने स्वयं के अधिनियम के साथ सामने आएगा । उन्होंने कहा कि बल और प्रलोभन के माध्यम से धर्मांतरण के खिलाफ संविधान स्पष्ट है। उन्होंने कहा, मैं इसके खिलाफ पहले भी बोल चुका हूं।
बीजेपी विधायक ने उठाया था धर्म परिवर्तन का मुद्दा
राज्य की विधानसभा में होसदुर्गा के बीजेपी विधायक गूलीहट्टी शेखर ने मॉनसून सत्र के दौरान धर्म परिवर्तन का मुद्दा उठाया था। उन्होंने दावा किया था कि, उनके निर्वाचन क्षेत्र में हजारों लोगों को धर्मांतरित किया गया है और धर्मांतरण गतिविधियों पर सवाल उठाने वालों पर मिशनरियों ने बलात्कार और अत्याचार के मामले थोपे हैं। बाद में, उन्होंने ईसाई धर्म से हिंदुओं को वापस लाने के लिए अपने निर्वाचन क्षेत्र में ‘घर वापसी’ कार्यक्रम का आयोजन किया था।