कर्नाटक के विवादास्पद शिवमोग्गा जिले के शिरालाकोप्पा शहर के कई हिस्सों पर प्रतिबंधित इस्लामिक कट्टरपंथी संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) की छात्र इकाई कैंपस फ्रंट ऑफ इंडिया को लेकर कमेंट लिखे पाए गए। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि शिरालाकोप्पा में कम से कम नौ जगहों पर “ज्वाइन सीएफआई” लिखा पाया गया। जिसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है। माना जा रहा है कि यह कमेंट पीएफआई (पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया) को बैन करने से पहले लिखा गया है।
पीएफआई राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा
गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने पीएफआई को टेरर फंडिंग समेत विभिन्न गैरकानूनी कार्यों में शामिल पाए जाने के बाद पांच वर्ष के लिए प्रतिबंधित कर दिया था। राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (NIA) के नेतृत्व में कई जांच एजेंसियों ने देशभर में छापेमारी कर उसके 250 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया था। पीएफआई पर आतंकी गतिविधियों में शामिल रहने से लेकर अपने कार्यकर्ताओं को हथियार चलाने की ट्रेनिंग देने के आरोप लगते रहे है। एनआईए ने अपनी रिपोर्ट में इस संगठन को राष्ट्र के लिए खतरा बताया था। बता दें कि बीते दिनों शिवमोग्गा में उठे हिजाब विवाद में भी पीएफआई की संलिप्ता पाई गई थी।
आतंकी गतिविधियों को बढ़ावा देने का आरोप
आपको बता दें कि केंद्र सरकार ने पीएफआई से संबंधित ऑल इंडिया इमाम काउंसिल (AIIC) , कैंपस फ्रंट ऑफ इंडिया (CFI), एम्पॉवर इंडिया फाउंडेशन (EIF), रिहैब इंडिया फाउंडेशन (RIF), नेशनल कॉन्फेडरेशन ऑफ ह्यूमन राइट्स ऑर्गेनाइजेशन (NCHRO), जूनियर फ्रंट, नेशनल विमेंस फ्रंट और रिहैब फाउंडेशन (केरल) को भी बैन कर दिया था। इन सभी पर आतंकी गतिविधियों को बढ़ावा देने का आरोप था।