कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने मंगलवार को आरोप लगाया कि यहां 10000 बिस्तर वाले नवनिर्मित कोविड देखभाल केंद्र में पर्याप्त कर्मचारियों की कमी के अलावा पानी, नाली और शौचालय जैसी सुविधाओं का भी अभाव है।
उन्होंने केंद्र का दौरा करने के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘‘ शुक्रवार से चालू होने वाले इस केंद्र में कम से कम 2000 डॉक्टरों, पैरामेडिकल स्टाफ और अन्य कर्मियों की आवश्यकता होगी। आज वहां कोई भी व्यक्ति मौजूद नहीं था। यह इकाई तुमकुरु रोड पर अंतरराष्ट्रीय प्रदर्शनी केंद्र में स्थापित की गयी है।
विधानसभा में विपक्ष के नेता सिद्धरमैया ने आरोप लगाया कि कोविड देखभाल केंद्र में बेड आदि की आपूर्ति करने वाले ठेकेदारों की समस्याओं का अब तक समाधान नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि सरकार ने पहले कहा था कि वह 800 रुपये प्रति बेड की दर से उन्हें किराए पर लेगा।
लेकिन बाद में आलोचना होने पर उन्होंने बेड खरीदने का फैसला किया। उन्होंने एक बार फिर आरोप लगाया कि कोविड-19 से लड़ने के लिए उपकरणों की खरीद में भ्रष्टाचार हुआ है।
हालांकि चिकित्सा शिक्षा मंत्री के सुधाकर आरोपों से इनकार करते रहे हैं। कांग्रेस नेता ने दावा किया कि तमिलनाडु ने वेंटिलेटर 4.78 लाख रुपये की दर से खरीदा गया जबकि कर्नाटक ने उन्हें 15 लाख रुपये से 18 लाख रुपये में खरीदा गया। उन्होंने कहा कि यह भ्रष्टाचार नहीं तो और क्या है।