कर्नाटक के चिक्कमगलुरु जिले में एक महिला किसान ने कर्ज चुकाने के लिए एक माइक्रोफाइनेंस कंपनी के कर्मचारियों द्वारा कथित तौर पर परेशान किए जाने के बाद आत्महत्या कर ली। पुलिस ने शनिवार को यह जानकारी दी। मृतक की पहचान 64 वर्षीय देवीरम्मा के रूप में हुई है और यह घटना कडुरू तालुक के तंगली गांव में हुई।
कदुर पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज
पुलिस के मुताबिक, पीड़ित ने ग्रामीण कूटा फाइनेंस कंपनी से 78 हजार रुपये का लोन लिया था। फसल बर्बाद होने के कारण वह संकट में थी, इसलिए वह एक महीने से किस्त नहीं चुका पाई। कंपनी के कर्मचारी तब से लगातार उसके घर आ रहे थे और कथित तौर पर उसे परेशान कर रहे और कर्ज चुकाने के लिए दबाव डाल रहे थे। प्रताड़ना बर्दाश्त न कर पाने पर महिला ने अपने घर में ही फांसी लगा ली।
माइक्रोफाइनेंस कंपनी के कर्मचारी शंकर नायक, उषा और रूबीना के खिलाफ कदुर पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया था।
राज्य सरकार ने चिक्कमगलुरु को सूखा प्रभावित जिला घोषित कर दिया है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, सूखे की वजह से तीन किसानों ने आत्महत्या कर ली है।