ग्वालियर : मोतीझील प्लांट से शहर में स्वच्छ जल का वितरण किया जा रहा है। शहर में वितरित किए जा रहे पानी में किसी प्रकार की कोई कमी नहीं है। प्रदेश की नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्रीमती माया सिंह ने स्वयं मोतीझील प्लांट पहुंचकर वितरित किए जा रहे पानी को देखा और संतुष्टि व्यक्त की। उनके साथ महापौर विवेक नारायण शेजवलकर, ग्वालियर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री अभय चौधरी, सभापति राकेश माहौर, कलेक्टर श्री अशोक कुमार वर्मा, नगर निगम आयुक्त विनोद शर्मा, अधीक्षण यंत्री पीएचई आर एल एस मौर्य एवं विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।
नगरीय विकास मंत्री माया सिंह ने मोतीझील प्लांट पहुंचकर तिघरा से आने वाले पानी के शुद्धिकरण की प्रक्रिया को भी देखा और अधिकारियों से जानकारी प्राप्त की। उन्होंने पानी का मौके पर ही लेबोरेटरी से टेस्ट भी कराकर देखा। टेस्ट के उपरांत मोतीझील से वितरित किए जा रहे पानी में किसी प्रकार की कोई कमी नहीं पाई गई। नगरीय विकास मंत्री माया सिंह ने अधिकारियों से कहा कि मोतीझील से शहर में वितरण हेतु भेजे जा रहे जल में कोई कमी नहीं है। इसके पश्चात भी शहर में कहीं भी गंदे पानी की शिकायत आती है तो उसे तत्काल देखा जाए और समस्या का निराकरण किया जाए। नगरीय विकास मंत्री माया सिंह ने कहा कि क्षेत्र में वितरित किए जा रहे पानी की सेम्पलिंग का कार्य भी नियमित किया जाए।
निगम की लेबोरेटरी के साथ-साथ अन्य लेबोरेटरियों में भी पानी की जांच कराई जाए। क्षेत्र में लीकेज आदि के कारण कहीं भी पानी गंदा हो रहा है तो उसे ठीक कराने की कार्रवाई तत्परता से की जाए। महापौर विवेक नारायण शेजवलकर ने कहा कि बरसात के दौरान पानी की शुद्धता पर विशेष ध्यान दिया जाए। मोतीझील प्लांट और तिघरा प्लांट पर भी वरिष्ठ अधिकारी सतत निगरानी रखें। शहर में वितरित किया जाने वाला जल किसी भी प्रकार से दूषित न हो, इस पर ध्यान दिया जाए। नगर निगम आयुक्त विनोद शर्मा ने बताया कि मोतीझील प्लांट और तिघरा प्लांट पर जल शुद्धिकरण कार्य को सर्वोच्च प्राथमिकता से किया जा रहा है। प्रतिदिन पानी की सेम्पलिंग और उसकी जांच का कार्य भी किया जा रहा है। शहर में वितरित किया जा रहा जल पूर्णत: शुद्ध है। शहर में लीकेज के कारण अगर कहीं गंदे पानी की शिकायत मिलती है तो उसे तत्परता से ठीक कराने का कार्य भी निगम द्वारा किया जा रहा है।