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केरल : सबरीमला में 2 युवतियों ने किया प्रवेश

वायनाड जिले के पुथुमाला और मलप्पुरम जिले के कवलपारा में कई स्थानों पर भारी भूस्खलन के कारण कई लोग लापता भी हुए।

सबरीमला स्थित भगवान अयप्पा के मंदिर में दो युवतियों के प्रवेश, कांग्रेस नेता राहुल गांधी का वायनाड से चुनाव लड़ने का चौंकाने वाला निर्णय, फिर भीषण बाढ़ में 100 से अधिक लोगों की मौत और संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के जोरदार विरोध के साथ ही 2019 में केरल चर्चाओं में बना रहा।
मुख्यमंत्री पिनराई विजयन और विपक्ष के नेता रमेश चेनिथला ने एक मंच पर साथ आकर संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन किया और केरल विधानसभा में इसे वापस लेने के लिए प्रस्ताव पारित किया गया। इस कानून के खिलाफ देशभर में प्रदर्शन किए गए।
इतिहास रचते हुए रजस्वला आयु वर्ग की दो महिलाओं बिंदु और कनकदुर्गा ने तीन जनवरी को सबरीमला स्थित मंदिर में प्रवेश किया। दोनों महिलाओं के मंदिर में प्रवेश के एक दिन बाद केरल में हिंसक घटनाएं और प्रदर्शन हुए। इससे पहले 28 सितंबर 2018 को आए उच्चतम न्यायालय के आदेश में सभी आयुवर्ग की महिलाओं को मंदिर में प्रवेश की मंजूरी दे दी गई थी।
राज्य उस समय भी चर्चा का केन्द्र बन गया जब कांग्रेस के तत्कालीन अध्यक्ष राहुल गांधी ने वायनाड से लोकसभा चुनाव लड़ने का फैसला किया। वायनाड से राहुल ने भाकपा के अपने करीबी प्रतिद्वंद्वी को चार लाख से अधिक मतों से मात दी। गांधी का यह निर्णय उनके लिए सही भी साबित हुआ क्योंकि उनके राजनीतिक गढ़ उत्तर प्रदेश के अमेठी में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था।
वर्ष 2018 में बाढ़ की मार झेल चुके केरल को एक बार फिर 2019 में इसी आपदा का सामना करना पड़ा। अगस्त में भारी बारिश और भूस्खलन के कारण करीब 120 लोगों की जान चली गई। वायनाड जिले के पुथुमाला और मलप्पुरम जिले के कवलपारा में कई स्थानों पर भारी भूस्खलन के कारण कई लोग लापता भी हुए।
वहीं पलक्कड़ जिले में केरल पुलिस के हाथों चार माओवादियों- कार्थी, रेमा, अरविंद और मणिवसागन के मारे जाने के बाद इस मामले पर राजनीतिक विवाद उठा और सत्तारूढ़ एलडीएफ के एक प्रमुख साझेदार भाकपा ने विपक्षी कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार पर हमला बोला।
भाकपा के दो छात्र कार्यकर्ताओं के खिलाफ, माओवाद समर्थक पर्चे बांटने के आरोप में गैरकानूनी गतिविधियों की रोकथाम कानून (यूएपीए) के तहत मामला दर्ज किया गया। राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी (एनआईए) अब इस मामले की जांच कर रही है।
राज्य में संशोधित नागरिकता कानून के विरोध में प्रदर्शन हुए। केरल के पूर्व मंत्री एवं राकांपा के प्रदेश अध्यक्ष तथा विधायक थॉमस चांडी और केरल कांग्रेस के प्रमुख तथा पूर्व वित्त मंत्री के ए मणि इस साल दुनिया को अलविदा कह गए। 

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