केरल में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) मोर्चा के नेता की यहां हत्या के आरोपी ने कथित तौर पर एक गृहिणी के सिम कार्ड का इस्तेमाल किया, जिसे अवैध तरीके से खरीदा गया था। सूत्रों ने यह जानकारी दी। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने मंगलवार को बताया, “आरोपियों द्वारा इस्तेमाल किए गए सिम कार्डों में से एक यहां के पास पुन्नापरा की एक गृहिणी के नाम पर था। हमने उससे पूछताछ की है। ऐसा लगता है कि उसके दस्तावेज कुछ लोगों द्वारा सिम कार्ड हासिल करने के लिए अवैध रूप से हासिल किए गए थे। मामले में जांच जारी है।”
तो मुझे पता चला कि मेरे साथ धोखा हुआ है
महिला ने मीडिया को बताया कि वह अगस्त में नया सिम कार्ड खरीदने एक मोबाइल फोन की दुकान पर गई थी और अपना आधार कार्ड व फोटो दी थी। उसने कहा, “हाल में, जब पुलिस मेरे घर आई और पूछताछ की तो मुझे पता चला कि मेरे साथ धोखा हुआ है। पुलिस ने बताया कि रंजीत हत्या मामले में आरोपी ने मेरे नाम से जारी सिम का इस्तेमाल किया था। मैंने उन्हें बताया कि मैं निर्दोष हूं।” महिला ने बताया कि पुलिस द्वारा पूछताछ करने के बाद से वह काफी मानसिक पीड़ा में है।
भाजपा ओबीसी मोर्चा के नेता की 19 दिसंबर को हुई थी हत्या
उन्होंने कहा, “ऐसा लगता है कि इस सब के पीछे हमारे वार्ड सदस्य सुल्फिक्कार का हाथ था। वह मेरे दिवंगत बेटे का मित्र था। मैंने उसे बेटे की तरह माना।” महिला ने कहा कि वह पूछताछ के दौरान बेहोश हो गई थी और पुलिस उसे अस्पताल लेकर गई। भाजपा ओबीसी मोर्चा के नेता रंजीत श्रीनिवास की 19 दिसंबर को यहां उनके आवास पर कुछ हमलावरों ने हत्या कर दी थी। पुलिस के मुताबिक श्रीनिवास की हत्या के आरोप में 14 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि अन्य आरोपी फरार हैं।