केरल की बीजेपी इकाई ने राज्य के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन के एक सरकारी दस्तावेज पर फर्जी हस्ताक्षर होने का आरोप लगाया है। इसके साथ ही पार्टी ने इस मामले में मुख्यमंत्री से स्पष्टीकरण की मांग की है। गुरुवार को मीडिया से बात करते हुए बीजेपी नेता संदीप वारियर ने कहा कि विजयन 2 सितंबर 2018 में इलाज कराने अमेरिका गए थे।
वो 23 सितंबर 2018 को अमेरिका से इलाज करा कर लौटे। तीन सितंबर को विजयन के दफ्तर में एक फाइल हस्ताक्षर के लिए आई। 9 सितंबर को उस फाइल पर विजयन के हस्ताक्षर पाए गए। ये कैसे संभव हो सकता है, तब जबकि पिनराई विजयन अमेरिका में थे।
इससे यही पता लगता है कि विजयन की जगह किसी और ने उस फाइल पर हस्ताक्षर किए हैं। और ये हस्ताक्षर ई-हस्ताक्षर भी नहीं है। हम इस पर विजयन से सफाई की मांग करते हैं कि उनकी गैरमौजूदगी में सरकारी फाइल पर किसने हस्ताक्षर किए, वारियर ने कहा। उन्होंने ये भी कहा कि ये फाइल महत्वपूर्ण फाइल नहीं थी लेकिन ये रहस्य बना हुआ है कि किसने इस सरकारी फाइल पर हस्ताक्षर किए।