केरल में पटाखों से भरा अनानास खाने से गर्भवती हाथिनी की मौत के मामले की जांच कर रही केरल की वन विभाग की टीम ने दो लोगों को हिरासत में लिया है। मामले के सामने आने के बाद से वन अधिकारी चुस्ती से इसकी जांच कर रहे हैं। हाथिनी पलक्कड़ जिले के साइलेंट वैली नेशनल पार्क में रहती थी।
स्थानीय मनारकाडु पुलिस स्टेशन ने बुधवार को इस दर्दनाक घटना को लेकर एक मामला दर्ज किया। पुलिस उप निरीक्षक टी.के. रामचंद्रन ने कहा, “वन विभाग और पुलिस घटना की जांच कर रहे हैं और हम इस अपराध के पीछे के विलेन को खोजने के लिए आश्वस्त हैं।”
हथिनी की मौत की जांच का निर्णय केरल सरकार ने लिया है और सोशल मीडिया पर इस घटना की काफी निंदा हुई है। लोगों ने घटना के दोषियों के खिलाफ तत्काल गिरफ्तार और कड़ी से कड़ी सजा की मांग की है। सोशल मीडिया पर हथिनी को इन्साफ दिलाने के लिए कई बड़ी हस्तियां सामने आई है। बॉलीवुड से लेकर राजनीति तक के लोगों ने इस घटना में दोषियों ने लिए कड़ी सजा की मांग की है।
वहीं केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने ट्वीट कर कहा कि इस तरह किसी प्राणी को मारना भारतीय संस्कृति नहीं है। पर्यावरण मंत्री ने बुधवार को हथिनी की मौत पर रिपोर्ट मांगी और कहा कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
हथिनी की दुखद मौत का मामला तब सामने आया जब वन अधिकारी मोहन कृष्णन ने अपने फेसबुक पेज पर एक भावनात्मक पोस्ट लिखा। उन्होंने पोस्ट में लिखा, पटाखा हथिनी के मुंह में फूट गया और वह बुरी तरह जख्मी हो गई। इसके बावजूद भी उसने गांव में किसी को नुकसान नहीं पहुंचाया। वह बेहद सीधी थी।
फॉरेस्ट ऑफिसर ने आगे लिखा, वह इतनी बुरी तरह जख्मी हो गई थी कि कुछ खा भी नहीं पा रही थी। खाने की तलाश में वह वेल्लियार नदी तक पहुंची और नदी में मुंह डालकर खड़ी हो गई। शायद पानी में मुंह डालने से उसे आराम मिला हो। हाथी को सिर तक नदी में खड़ा देखकर कृष्णन नाम की महिला समझ गई थी कि वह मर गई है। इसके बाद लोगों को मामले की जानकारी हुई।