केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने राजनीतिक दलों को सलाह दी है कि आपत्तिजनक बयान देने से पहले संविधान पढ़ लें। उन्होंने मंगलवार को कहा कि जिम्मेदारियों से अवगत होना सभी के लिये बेहतर होगा। उन्होंने कहा कि यह जंगलराज नहीं है। भारत एक जीवंत और संपन्न लोकतंत्र है।
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आरिफ खान ने कहा, ‘‘यह हम सभी के लिये बेहतर होगा कि हम संविधान को पढ़ें और अपनी जिम्मेदारियों से अवगत रहे। मेरी नियुक्ति पर सार्वजनिक रूप से तमाम तरह की बातें कहने वाले लोगों पर मैं कोई प्रतिक्रिया नहीं देना चाहता।’’यूडीएफ के आरोपों पर राज्यपाल ने कहा कि लोगों के विचार भिन्न हो सकते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘मैं किसी के खिलाफ बोलने या आलोचना करने वालों के खिलाफ नहीं हूं लेकिन यह सदन पर है कि वह अपनी बुद्धिमत्ता से फैसला ले।’’