केरल में सत्तारूढ़ मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के विधायक एम. एम. मणि ने आज कहा कि वह विपक्षी यूडीएफ की महिला विधायक के. के. रेमा के खिलाफ की गई। अपनी विवादास्पद टिप्पणी को वापस ले रहे हैं।उनकी इस टिप्पणी को लेकर पिछले सप्ताह राज्य में राजनीतिक विवाद पैदा हो गया था।
अपनी टिप्पणियों के माध्यम से वास्तव में क्या बताने की कोशिश
पूर्व मंत्री मणि ने विधानसभा में कहा कि उनका इरादा किसी का अपमान करने का नहीं था और उन्होंने पहले ही स्पष्ट कर दिया था कि वह अपनी टिप्पणियों के माध्यम से वास्तव में क्या बताने की कोशिश कर रहे थे।उन्होंने सदन में कहा, एक कम्युनिस्ट व्यक्ति के रूप में, मुझे अपने भाषण में विधि (भाग्य) शब्द का उल्लेख नहीं करना चाहिए था। मैं इस टिप्पणी को वापस लेता हूं। वरिष्ठ माकपा नेता ने विधानसभाध्यक्ष एम. बी. राजेश द्वारा व्यवस्था दिए जाने के बाद अपनी टिप्पणी वापस ली।
मणि ने पिछले हफ्ते सदन में एक चर्चा के दौरान रेमा की ओर इशारा करते हुए कहा था कि मुख्यमंत्री पिनराई विजयन और सत्तारूढ़ मोर्चा एलडीएफ के खिलाफ टिप्पणी करने वाली एक महती (महान व्यक्ति) विधवा हो गई और यह उनका भाग्य’’ था।