देश के ‘संविधान’ को लेकर केरल के मंत्री साजी चेरियन ने विवादित बयान दिया है। उन्होंने संविधान की आलोचना करते हुए कहा कि यह शोषण करने वालों को माफ करता है और देश के लोगों को लूटने का काम करता है। इस बयान के बाद केरल हाई कोर्ट के रिटायर्ड जज बी कमाल पाशा ने चेरियन से उनके इस्तीफे की मांग की है।
केरल के मत्स्य पालन और संस्कृति मंत्री और सीपीआई-एम नेता साजी चेरियन ने एक बैठक में हिस्सा लेते हुए कहा था कि “हम सब यह कहते हैं हमारे पास एक बेहतरीन ढंग स लिखा हुआ संविधान है, लेकिन मेरा कहना है की संविधान को इस तरीके से लिखा गया है की इसका इस्तेमाल देश के लोगों को लूटने के लिए किया जा सके।”
झारखंड : आबादी का हवाला देते हुए स्कूल में बदलवाई प्रार्थना, शिक्षा मंत्री ने दिए जांच के आदेश
चेरियन ने कहा कि ये शोषण करने वालों को माफ करता है। उन्होंने न्यायपालिका को फटकार लगाते हुए कहा, “श्रम के मामलों में अदालतें व्यापारियों के अनुकूल होती हैं और यही अदानी और अंबानी की मदद करता है।” मंत्री की आलोचना करते हुए, रिटायर्ड जज पाशा ने कहा, “उन्होंने जो कहा वह उस शपथ का उल्लंघन है जो उन्होंने ली है और विजयन को उनसे इस्तीफा मांगना चाहिए।”
विपक्ष ने की चेरियन से इस्तीफे की मांग
साजी चेरियन की संविधान को लेकर की गई विवादित टिप्पणी विपक्ष के नेता वी.डी. सतीसन ने कहा, “चेरियन ने जो कहा वह स्वीकार्य नहीं है और विजयन को उनसे इस्तीफा मांगना चाहिए।” सतीसन ने कहा, “अगर विजयन कार्रवाई नहीं करतें है, तो हम कानूनी सहारा लेंगे।”