कांग्रेस नीत यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (यूडीएफ) के सदस्यों ने केरल विधानसभा में मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के विधायक एम एम मणि की एक महिला विधायक के खिलाफ विवादित टिप्पणी। और इस मुद्दे पर सत्तारूढ़ वाम मोर्चा के रूख के खिलाफआज अपनी सीट के सामने तख्तियां रखकर विरोध प्रदर्शन किया।
सुबह नौ बजे जब प्रश्नकाल शुरू हुआ तो विपक्षी दलों के सदस्यों ने ना तो नारेबाजी की ना ही आसन के पास गए, इसके बजाय उन्होंने अपनी सीट के सामने तख्तियां रख दीं।
विपक्षी दलों के सदस्यों को यह कहते हुए तख्तियां हटाने को कहा
माकपा के बागी नेता टी पी चंद्रशेखरन की हत्या के संदर्भ में इन तख्तियों में लिखा था ‘‘यह किस्मत नहीं थी’’ और ‘‘यह पार्टी की अदालत का फैसला था।’’ उत्तरी केरल के ओंचियाम में समानांतर वामपंथी संगठन रिवोल्यूशनरी मार्क्सिस्ट पार्टी (आरएमपी) के गठन के बाद चंद्रशेखरन की मई 2012 में हत्या कर दी गई थी।
मणि ने हाल में विधानसभा में कहा था कि चंद्रशेखरन की पत्नी विधवा हो गई क्योंकि ‘‘यह उनकी किस्मत थी’’ और न तो वाम मोर्चा और न ही माकपा का चंद्रशेखरन की हत्या से कोई लेना-देना था।
विधानसभा के उपाध्यक्ष चित्तयम गोपकुमार ने विपक्षी दलों के सदस्यों को यह कहते हुए तख्तियां हटाने को कहा कि यह सदन के नियमों का उल्लंघन है। हालांकि, विपक्षी दलों के सदस्यों ने अपनी सीट से तख्तियां नहीं हटाईं।