कोट्टायम जिला में मजिस्ट्रेट अदालत ने नन से बार-बार बलात्कार के आरोप में गिरफ्तार रोमन कैथोलिक बिशप फ्रैंको मुलक्कल को सोमवार को 12 दिन के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया। दो दिन की पुलिस हिरासत के बाद मुलक्कल को अदालत में पेश किया गया था, जिसने उन्हें छह अक्तूबर तक के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया। यहां सरकारी अस्पताल में चिकित्सकीय जांच के बाद पादरी को पाला की उप-जेल में भेजा गया है।
घटनास्थल पर अपराध के रूपांतरण के लिए रविवार को बिशप को कुराविलंगद स्थित सेंट फ्रांसिस मिशन होम में ले जाया गया था, जहां उसने कथित रूप से नन से बलात्कार किया था। अदालत में पेश अपनी रिमांड रिपोर्ट में पुलिस ने कहा कि वर्ष 2014 और 2016 के बीच सेंट फ्रांसिस मिशन होम में आरोपी ने नन के साथ बलात्कार किया और 13 बार उनके साथ अप्राकृतिक यौन संबंध बनाया।
नन ने जून में कोट्टायम पुलिस में अपनी शिकायत में आरोप लगाया था कि पादरी ने मई 2014 में कुराविलंगद के एक गेस्ट हाउस में उसके साथ बलात्कार किया और फिर कई मौकों पर उसका यौन शोषण किया। नन ने बताया कि पादरी के खिलाफ उसके बार-बार शिकायत करने पर भी जब गिरजाघर के अधिकारियों ने कोई कार्रवाई नहीं की तब उसने पुलिस में संपर्क किया। हालांकि बिशप ने इन आरोपों से इनकार किया है।