कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में केम्पेगौड़ा अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे पर अधिकारियों ने केरल के एक 22 वर्षीय युवक को गिरफ्तार किया है। यह युवक छात्र वीजा के जरिए फर्जी दस्तावेज पेश कर ब्रिटेन जाने की कोशिश में था। यह जानकारी एयरपोर्ट के सूत्रों द्वारा दी गई है। अधिकारियों ने इस मामले पर गंभीरता से विचार किया है क्योंकि उन्हें यूके के छात्र वीजा सहित फर्जी दस्तावेज उपलब्ध कराने वालों के बारे में खबर मिली है। पुलिस ने बेंगलुरु और केरल में आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है।
आरोपी के पास से बरामद हुए फर्जी प्रमाणपत्र
बेंगलुरु एयरपोर्ट पर पकडे़ गए आरोपी व्यक्ति की पहचान केरल के वायनाड के रहने वाले सोजू थजाथु वीटिल शाजी के रूप में हुई है। अधिकारियों को कर्नाटक के गुलबर्गा विश्वविद्यालय से जाली दस्तावेज और एक नकली अंक कार्ड मिला है। आरोपी को पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है और पुलिस इस मामले में आगे की जांच कर रही है ताकि फर्जी मार्क्स कार्ड रैकेट का पता लगाया जा सके। एयरपोर्ट के सूत्रों ने बताया कि, आरोपी ने ब्रिटिश एयरवेज से टिकट बुक कराया था। अधिकारियों ने दस्तावेजों की मौलिकता पर संदेह किया और उससे पूछताछ की। पूछताछ में आरोपी ने बताया कि दस्तावेज फर्जी थे। आरोपी ने अधिकारियों को बताया कि वह बेंगलुरु में अनुराग नाम के एक व्यक्ति से 65 हजार रुपए देकर फर्जी प्रमाण पत्र हासिल करने में कामयाब रहा।
अन्य आरोपियों की तलाश कर रही है पुलिस
अधिकारियों को आरोपी ने बताया कि, शुरूआत में वह डेनी नाम के व्यक्ति के संपर्क में आया जो केरल में एक एजुकेशन कंसल्टेंसी में काम करता था और उसके जरिए उसकी मुलाकात अनुराग से हुई। सोजू ने यूके के छात्र वीजा और अन्य दस्तावेजों की व्यवस्था के लिए डेनी को 9 लाख रुपये का भुगतान किया था। अनुराग ने गुलबर्गा यूनिवर्सिटी के एनवी डिग्री कॉलेज से फर्जी मार्क्स कार्ड का इंतजाम किया था। जाली दस्तावेजों को असली बनाकर इस्तेमाल करने के लिए आईपीसी की धारा 465 के तहत जालसाजी और 471 के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने मामले में दूसरे और तीसरे आरोपी अनुराग और डेनी की तलाश शुरू कर दी है।