गुलाम नबी आजाद के कांग्रेस से इस्तीफे के बाद से भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) चौतरफा से मुख्य विपक्षी दल के नेतृत्व पर हमलावर है। दरअसल, आजाद ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को भेजे इस्तीफे में कहा कि पार्टी नेतृत्व को “भारत जोड़ो” यात्रा निकालने से पहले ‘‘कांग्रेस जोड़ो’’ की कवायद करनी चाहिए थी। जिसके बाद से बीजेपी गांधी परिवार को निशाने पर ले रही है।
गांधी जी का परिवार ही बचेगा बाकी सब तो…
उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री और वरिष्ठ नेता केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि कांग्रेस से बहुत लोग आजाद हो गए हैं..गुलाम नबी जी भी अब आजाद हो गए हैं। आगे आने वाले समय में कांग्रेस में केवल सोनिया गांधी जी, राहुल गांधी जी और प्रियंका गांधी जी का परिवार ही बचेगा बाकी सब तो विदा हो जाएंगे।
पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को भेजे इस्तीफे में आजाद ने पार्टी छोड़ने के लिए कई कारणों को जिम्मेदार बताया। आजाद ने अपने इस्तीफे में राहुल गांधी द्वारा सितंबर 2013 में मीडिया के सामने उस सरकारी अध्यादेश को फाड़ने को ‘पार्टी की हार का कारण’ बताया है, जिसे कांग्रेस कोर ग्रुप के सीनियर लीडर्स ने अपने अनुभवों के आधार पर तैयार किया था।
कांग्रेस पर हमलावर हुए आजाद, कहा-2013 में राहुल के अध्यादेश को फाड़ने से पार्टी की हुई हार
इसके साथ ही उन्होंने कहा, मैं 1970 के दशक के मध्य में जम्मू और कश्मीर में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में शामिल हुआ, जब 8 अगस्त 1953 के बाद से राज्य में इसके चेकर इतिहास (खराब हालात) को देखते हुए पार्टी के साथ जुड़ना वर्जित था।
दरअसल, गुलाम नबी आजाद ने शुक्रवार को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता समेत सभी पदों से इस्तीफा दे दिया तथा नेतृत्व पर आंतरिक चुनाव के नाम पर पार्टी के साथ बड़े पैमाने पर ‘धोखा’ करने का आरोप लगाया। आजाद के इस्तीफे को, पहले से ही समस्याओं का सामना कर रही कांग्रेस पार्टी पर एक और आघात माना जा रहा है। पूर्व में कई बड़े नेता पार्टी छोड़ चुके हैं जिसमें कपिल सिब्बल, अश्विनी कुमार आदि शामिल हैं।