कोरोना महामारी का आतंक अभी पूरी तरह से थमा भी नहीं है कि देश में प्रकृति का कहर टूटने लगा है। भारत में स्वर्ग कहे जाने वाले हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले में शुक्रवार को हुए भूस्खलन स्थल से एक और शव मिलने के बाद, इस प्राकृतिक हादसे में मरने वालों की संख्या 15 हो गई। वरिष्ठ आपदा प्रबंधन अधिकारी ने यह जानकारी दी। बुधवार को जिले में चौरा गांव के निकट हुए भूस्खलन के बाद से अब भी लापता 15 लोगों को खोजने के लिए आज सुबह बचाव अभियान पुन: आरंभ किया गया।
बुधवार को 10 लोगों के शव मिले थे तथा 13 घायलों को बचा लिया गया था। गुरुवार को चार और शव बरामद हुए थे और इस आपदा में मरने वालों की संख्या बढ़कर 14 हो गई थी। राज्य आपदा प्रबंधन निदेशक सुदेश कुमार मोख्ता ने बताया कि तलाश एवं बचाव अभियान सुबह साढ़े पांच बजे पुन: आरंभ किया गया। अधिकारियों ने गुरुवार रात को अभियान स्थगित कर दिया था।
मोख्ता ने बताया कि बोलेरो गाड़ी के, यात्रियों समेत मलबे में दबे होने की आशंका है लेकिन उनका कुछ पता नहीं चल सका है। उन्होंने कहा कि हो सकता है कि वाहन मलबे के साथ नीचे की ओर लुढ़क गया हो। स्थानीय पुलिस के सदस्य, होमगार्ड, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ), भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) संयुक्त रूप से बचाव अभियान चला रहे हैं।