जनता दल (सेक्युलर) के बीजेपी में विलय की खबरों को एचडी कुमारस्वामी ने खारिज करते हुए कहा कि हमारी पार्टी किसी अन्य राष्ट्रीय या क्षेत्रीय पार्टी के साथ विलय नहीं करने जा रही है। दरअसल, बीजेपी नेता ने कहा था कि राज्य में राजनीतिक ध्रुवीकरण होने की संभावना है, जिससे दोनों दलों के एक दूसरे के साथ आने के बारे में अटकलें लगाई जाने लगी थी।
कुमारस्वामी ने सोमवार को अपने बयान में कहा, राजनीतिक गतिविधियां बीजेपी का आंतरिक मामला है। मैं उनकी पार्टी के फैसले में दखल नहीं देना चाहता … मैं विलय या गठबंधन के बारे में नहीं सोच रहा हूं … मैं स्पष्ट बहुमत पाने के लिए अगले 2.5 वर्षों तक कड़ी मेहनत करना चाहता हूं।
उन्होंने कहा, हर कोई देख रहा है कि दोनों राष्ट्रीय दल (बीजेपी और कांग्रेस) कैसे हमारे पास आना चाहते हैं। हर किसी को जेडीएस की आवश्यकता होती है जब वे चाहते हैं … लेकिन फिर वे अपना मतलब निकले के बाद जेडीएस को अलग कर देते है।
बीजेपी उपाध्यक्ष अरविंद लिम्बावली ने कहा था कि, ‘मुझे लगता है कि देश में आने वाले दिनों में धुव्रीकरण तेज होने जा रहा है…मोदी की लहर और बीजेपी की लहर साफ-साफ दिख रही है। मुझे पक्का यकीन है कि इसी तरह का ध्रुवीकरण कर्नाटक में भी होगा।’ उनके इस बयान के बाद से जेडीए के बीजेपी में विलय की खबरों ने जोर पकड़ लिया था।