कोटद्वार : लैंसडौन वन प्रभाग के कोटड़ी रेंज के सनेह फारेस्ट गेस्ट हॉउस में तीन दिवसीय बर्ड फेस्टिवल का रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ आगाज हुआ। बर्ड फेस्टिवल का शुभारंभ वन एवं पर्यावरण मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत ने किया। इसके बाद देसी-विदेशी पर्यटकों को कोल्हूचौड़ और सनेह के जंगलों के विभिन्न ट्रैकिंग रूटों पर देसी-विदेशी परिंदों के दीदार कराए गए।
फेस्टिवल में पहले से पंजीकृत देसी-विदेशी 80 पर्यटकों ने हिस्सा लिया, जिनके लिए वन विभाग की ओर से भुगतान के आधार पर व्यवस्थाएं की गई थी। फेस्टिवल का शुभारंभ करते हुए मुख्य अतिथि डॉ. रावत ने कहा कि कॉर्बेट और राजाजी नेशनल पार्क के बीच स्थित लैंसडौन वन प्रभाग जैव विविधता और वन्यजीवों के लिए ही नहीं, बल्कि देसी-विदेशी पक्षियों के अद्भुत संसार के लिए भी जाना जाता है।
कहा कि कोटद्वार में पहली बार हो रहे बर्ड फेस्टिवल का इको टूरिजम में खास महत्व है। उन्होंने कहा कि विदेशी परिंदों की तरह पर्यटकों को भी लैंसडौन का जंगल भाएगा। डॉ. रावत ने कहा कि जल्द ही कोटद्वार और दुगड्डा में 90 लाख रूपये की लागत से कॉर्बेट पार्क के प्रवेश द्वारों का निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा।
सनेह में 20 करोड़ की लागत से इको टूरिजम कॉरपोरेशन रिजॉर्ट बनने जा रहा है, जिसमें कांटिनेंटल कैंटीन खोली जाएगी। लैंसडौन वन प्रभाग के डीएफओ वैैैभव कुमार सिंह ने कहा कि कोटद्वार को बर्ड वाचिंग कैपिटल के रूप में विकसित किया जाएगा।एक हजार युवाओं का स्किल डेवलपमेंट कर उन्हें रोजगार उपलब्ध कराया जाएगा।
इस मौके पर जीजीआईसी कोटडीढ़ांग और डीएवी स्कल के बच्चों ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुतिया दी। महोत्सव में बर्ड वाचर राजीव बिष्ट, शैवाल रावत, अंबिका मिश्रा, मनोज नेगी आदि को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में जिला पंचायत उपाध्यक्ष सुमन कोटनाला, भाजपा जिलाएयक्ष शैलेंद्र सिंह बिष्ट, एसडीएम कमलेश मेहता आदि मौजूद रहे। संचालन कोटद्वार रेंज के रेंज अधिकारी आरपी पंत ने किया।
– विवेक बनियाल