देहरादून : दून में स्वतंत्रता आंदोलन के पुरोधा, युगपुरुष स्वाधीनता सेनानी एवं पूर्व सांसद परिपूर्णानन्द पैन्यूली को रविवार के दिन अंतिम विदाई दी गई। रविवार को उनकी अंतिम यात्रा पूरे सम्मान के साथ देहरादून से हरिद्वार के लिए निकली। अंतिम यात्रा निकलने से पूर्व उन्हें राजकीय सम्मान के साथ गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने पुष्प गुच्छ अर्पित कर उन्हें श्रदांजलि दी।
पूर्व मुख्यमंत्री व हरिद्वार साँसद डॉ रमेश पोखरियाल निशंक, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह, कैंट विधायक हरबंस कपूर, दर्जाधारी मंत्री बृजभूषण गैरोला, समीक्षा अधिकारी संघ के अध्य्क्ष जीतमणी पैन्यूली, लिखवार गॉव के पूर्व प्रधान एवं पहाड़ो की गूंज के संपादक जीतमणी पैन्यूली, वरिष्ठ पत्रकार वीरेन्द्र पैन्यूली, पहाड़ समाचार के संपादक प्रदीप रावत आदि समेत राजनीतिक दलों, सामाजिक संगठनों व संस्थाओं के तमाम लोगों ने दिवंगत परिपूर्णानन्द पैन्यूली के पार्थिव शरीर पर पुष्पचक्र चढ़ाकर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी।
पुलिस ने तिरंगे के साथ उन्हें सलामी दी। बीते दिवस स्वतंत्रता संग्राम सेनानी और टिहरी गढ़वाल के पूर्व सांसद परिपूर्णानंद पैन्यूली का निधन हो गया था। वे लंबे समय से बीमार चल रहे थे। शुक्रवार को अचानक तबीयत बिगड़ने पर उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उन्होंने दम तोड़ दिया। परिपूर्णानंद पैन्युली 96 साल की उम्र में गंभीर बीमारी से जूझ रहे थे। परिपूर्णानंद पैन्युली की आजादी के आंदोलन और टिहरी रियासत को आजाद भारत में विलय कराने में उनकी अहम भूमिका रही। वह हमेशा भ्रष्टाचार के खिलाफ रहे। वे टिहरी रियासत के राजा रहे मानवेंद्र शाह को हराकर वह 1971 में सांसद बने थे।
– सुनील तलवाड़