हिन्दू संगठनों के साथ उतरे वकील

अपनी मांगो को लेकर बार एसोसिएशन, अधिवक्ता परिषद राजस्थान समेत अलग अलग संगठन के लोग कलेक्ट्री पर पहुंचे। इन लोगों ने वहां नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया। इस दौरान बार एसोसिएशन के अध्यक्ष राकेश मोगरा ने कहा कि पंडित धीरेंद्र शास्त्री पर किया गया मुकदमा गलत है। भारत में संविधान सर्वोपरि है।
कार्रवाई को तुरंत प्रभाव से वापस लेना चाहिए
भारत की समस्त विधियां संविधान द्वारा अनुशाषित हैं। भारत के संविधान में किसी एक रंग को किसी धर्म या संप्रदाय के लिए आरक्षित करने का प्रावधान नहीं है। इसे दशा में तथाकथित तौर पर किसी रंग विशेष को प्रशासन द्वारा किसी धर्म या समुदाय विशेष से जोड़कर अपराध पंजीबद्ध किया गया है।यह समझ से परे है। जल्दबाजी में पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री पर हाथीपोल और केलवाडा थाने में की गई इस कार्रवाई को तुरंत प्रभाव से वापस लेना चाहिए।
24 मार्च को कुंभलगढ़ में भगवा झंडे लगाने का मामला

उन्होंने कहा कि उदयपुर के पांचों युवकों पर 24 मार्च को कुंभलगढ़ में बेवजह झूठा मुकदमा दर्ज किया गया। रात को 3 बजे इन्हे गिरफ्तार करने के बाद धारा 185 में सुबह 11 बजे जमानत के बाद भी दोपहर 3 बजे हरे झंडे हटाने और भगवा झंडे लगाने का झूठा मुकदमा दर्ज किया गया। लगातार इन्हें 36 घंटे तक बेरहमी से केलवाडा थाना पुलिस द्वारा इनके साथ मारपीट की गई।