दरअसल, शुक्रवार को इंदिरा सागर बांध से पानी छोड़े जाने से नर्मदा नदी के तट पर निवासरत सैकड़ों परिवारों के मकान और दुकानों को भारी नुकसान हुआ। कांग्रेस के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष अरुण यादव ने प्रशासन को जिम्मेदार ठहराते हुए आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री के इवेंट को सफल बनाने के चक्कर में लाखों लोगों की जिंदगी को संकट में डाल दिया गया।
कार्यक्रम ज्यादा जरूरी था या जनता की जान?
इसको लेकर कांग्रेस नेता यादव ने एक्स कर कहा, खरगोन जिले में बाढ़ के लिए पूरी तरह से प्रशासन जिम्मेदार है, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का इवेंट सफल करने के चक्कर में लाखों लोगों की जान खतरे में डाल दी। कार्यक्रम स्थल का रास्ता खराब न हो उसके लिए इंदिरा सागर बांध का पानी रोका गया और जब अतिवर्षा हो रही थी तब बांध के सभी गेट खोल दिये गए। शिवराज जी, जवाब दीजिए, आपके लिए कार्यक्रम ज्यादा जरूरी था या जनता की जान?
खतरे में डाल दिया गया
यादव ने अपने एक्स हैंडल से ओंकारेश्वर निवासी का वीडियो भी साझा किया है, जिसमें वह कह रहा है कि जो बाढ़ आई यह प्राकृतिक आपदा नहीं है, यह प्रायोजित है, प्रशासन चाहता तो इसे रोक सकता था। यहां आदि शंकराचार्य की प्रतिमा स्थापित हो रही है, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए पूरे ओंकारेश्वर के लोगों की जान को खतरे में डाल दिया गया।