असम सरकार ने दावा किया है कि राष्ट्रीय नागरिक पंजी मसौदे से बाहर किए गए लोगों का प्रतिशत बांग्लादेश की सीमा वाले जिलों में कम है जहां मुस्लिमों की आबादी ज्यादा है। सरकार ने गुरुवार को राज्य विधानसभा में एक सूची रखी जिसमें उन लोगों के जिलेवार आंकड़े शामिल थे जो एनआसी से बाहर थे, जिसे सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में अद्यतन किया जा रहा है।
असम समझौता क्रियान्वयन और संसदीय मामलों के मंत्री चंद्र मोहन पटवारी ने एनआरसी में आवेदकों के नामों को शामिल करने, निकाले गए और शामिल नहीं की गई जिलावार सूची रखी। सूची में बताया गया है कि कुल 3,29,91,385 आवेदकों में से 40,07,717 को शामिल नहीं किया गया जो 12.15 प्रतिशत है।
सूची के मुताबिक, दक्षिण सल्मारा जैसे बांग्लादेश की सीमा से लगने वाले जिलों में नाम न जुड़ने का प्रतिशत 7.22, धुबरी में 8.26 और करीमगंज 7.67 प्रतिशत है।