मध्यप्रदेश के दमोह जिले स्थित गंगा जमना स्कूल में स्कूली बच्चों के कथित धर्मांतरण से जुड़ मामलों में लगातार सनसनीखेज खुलासों के बीच राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने प्रशासन को स्कूल के खिलाफ कड़ कार्रवाई के लिए पत्र लिखा है।
स्कूल में भर्ती होने के लिए बच्चों को हिजाब वाली फोटो लगाने को कहा जाता था
आयोग के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने बताया कि राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के सदस्यों द्वारा स्कूल का निरीक्षण किया गया। इसमें खुलासा हुआ है कि स्कूल के भीतर से मस्जिद की ओर जाने वाला एक गुप्त मार्ग मिला है। इससे इस आशंका को और बल मिला है कि स्कूल में बच्चों को इस्लाम से जुड़ प्रार्थना पढ़ने के लिए मजबूर किया जाता है। साथ ही ये भी पता चला है कि स्कूल में भर्ती के लिए आने वाले बच्चों को हिजाब लगाई हुई फोटो लगाने को कहा जाता था। बच्चों से जन-गण-मन के पूर्व इस्लामिक आयतें पढ़वाई जातीं थीं।
उन्होंने बताया कि स्कूल में कुल 12 सौ आठ बच्चों में से 378 हिंदू और 41 इस्लाम से इतर दूसरे धर्मों के थे, लेकिन उनके लिए भी हिजाब अनिवार्य था। स्कूल में कई ऐसे शिक्षक थे, जो इस बात पर नजर रखते थे कि बच्चे अनिवार्य रूप से हिजाब पहनें। श्री कानूनगो ने बताया कि अपेक्षित धाराओं में कार्रवाई के लिए दमोह कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक को पत्र लिखा है।
स्कूल की मान्यता निलंबित
पत्र में यह भी लिखा है कि छात्रों को भारत का गलत भौगोलिक नक्शा पढ़या जा रहा है, जिसमें भारत के नक्शे के साथ छेड़छाड़ करके आधा भारत गायब कर दिया गया है। स्कूल के रिकॉर्ड के अनुसार शिक्षा का माध्यम अंग्रेजी भाषा है, हिंदी को दूसरी भाषा के रूप में इस्तेमाल किया जाना है। वहीं उर्दू को स्कूल में तीसरी भाषा के तौर पर इस्तेमाल किया जा सकता है, लेकिन निरीक्षण के दौरान आयोग के सदस्यों ने पाया कि उर्दू को अनिवार्य प्राथमिक भाषा के रूप में इस्तेमाल किया गया था।
मध्यप्रदेश बाल संरक्षण आयोग की सदस्य मेघा पंवार ने भी इस बात का खुलासा किया कि गंगा जमना स्कूल के केजी वन के सिलेबस में धर्म विशेष से जुड़ विषयों को हिंदी बच्चों को भी पढ़या जा रहा था। केजी के बच्चों को इस्लाम से जुड़ बातें बताई जा रही थी। हिंदू बच्चों पर इसे याद करने के लिए दबाव बनाया जा रहा था।
गंगा जमना स्कूल में पिछले दिनों हिंदू बच्चियों की हिजाब पहने फोटो सामने आईं थीं, जिसके बाद से इस पूरे मामले का खुलासा हुआ था। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के सख्त तेवर के बाद स्कूल प्रबंधन के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई है, साथ ही स्कूल की मान्यता निलंबित कर दी गई है।