डॉक्टरों की लापरवाही तो कभी नवजात की चोरी की वजह से चर्चाओं में रहा इंदौर का सबसे बड़ा सरकारी महराजा यशवंतराव अस्पताल (एमवाय) एक बार फिर चर्चा में है। इस बार जिस कारण ये अस्पताल चर्चा में है वो इंसानियत के लिए बेहद ही शर्मनाक है। दरअसल, एमवाय अस्पताल के कुछ कर्मचारी लड़कियों संग मुर्दाघर में मंगलवार रात आपत्तिजनक स्थिति में पाए गए।
मामले का खुलासा तब हुआ जब कुछ लोग मुर्दाघर के एक कमरे में शव रखने के लिए पहुंचे। यहां उन लोगों ने कई लड़के-लड़कियों को अर्धनग्न अवस्था में पाया। ऐसे में कमरे से बाहर निकलते वक्त उन लोगों ने कर्मचारियों की लड़कियों संग तस्वीरे ले लीं और उन्हें सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया।
शव रखने गए लोगों ने लड़के-लड़कियों को टोका तो उन्होंने कहा कि तुम्हें इससे क्या मतलब। यहां से जाते हो कि नहीं या फिर हम बताएं। इन तस्वीरों के वायरल होने के बाद अस्पताल प्रशासन हरकत में आया और आरोपी कर्मचारियों को नौकरी से बर्खास्त कर दिया।
इस मामले में संभागायुक्त डॉ. पवन कुमार शर्मा ने कार्रवाई की है। एमजीएम मेडिकल कॉलेज इंदौर की कार्यकारी समिति के अध्यक्ष एवं संभागायुक्त डॉ. पवन कुमार शर्मा ने एमवाय अस्पताल के मुर्दाघर में अनुबंध पर कार्यरत एचएलएल हाइट्स (जो कि भारत सरकार के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के अधीन उपक्रम है) के दो कर्मचारियों की सेवाएं तत्काल प्रभाव से समाप्त कर दी।
इसके अलावा एचएलएल हाइट्स को उचित आर्थिक दंड भी देना आदेशित किया है। डीन मेडिकल कॉलेज डॉ. संजय दीक्षित ने बताया कि मच्र्युी में कार्यरत कर्मचारी वार्ड बॉय मुकेश अंजाना को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है तथा मच्र्युी विभाग के प्रभारी अधिकारी डॉ. बजरंग सिंह को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।