मध्यप्रदेश के मुरैना जिले में बड़े पैमाने पर सिंथेटिक दूध और पनीर बनाये जाने वाली दुग्ध डेरियों व चिलर सेंटरों पर प्रशासन की कार्रवाई में करीब 36 हजार लीटर सिंथेटिक दूध और करीब 50 लाख रुपए के घातक केमिकल और पॉवडर बरामद किए हैं।
खाद्य सुरक्षा और राजस्व विभाग के अमले ने कल देर रात तक की गई कार्रवाई में ये पूरा सामान बरामद किया है। टीम ने तेल मिलों से भी तेल के नमूने लिए हैं। सूत्रों के अनुसार कलेक्टर श्रीमती प्रियंका दास ने कल यहां जिले भर के खाद्य सुरक्षा अधिकारियों की एक बैठक लेकर मिलावटी दूध, तेल, पनीर और क्रीम के खिलाफ व्यापक स्तर पर कार्रवाई करने की योजना बनाई। इसी योजना के तहत अधिकारियों की तीन अलग-अलग टीमों ने देर रात तक मुरैना, अम्बाह, पोरसा ओर सिहिनियाँ में संचालित दुग्ध डेरियों, चिलर सेंटर ओर तेल मिलों पर एक साथ छापामार कार्रवाई की गई।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार अंबाह में भारतीय जनता पार्टी के पिछड़ा वर्ग मोर्चा के जिला अध्यक्ष साधुसिंह राठौर के भाई राजकुमार राठौर द्वारा संचालित चिलर सेंटर से टीम ने 36 हजार लीटर सिंथेटिक दूध जब्त किया है। इसी सेंटर के एक हिस्से में बने दो गोदामों से करीब 50 लाख रुपए का स्किम्ड पाउडर, रिफाइंड ऑयल, कास्टिक सोडा, घातक हाइड्रोजन और आरएम केमिकल बरामद किया है। यहां से टीम को करीब तेरह घरेलू गैस सिलेंडर भी मिले हैं।
गोदामों को सील कर दिया गया है। सूत्रों ने बताया कि यहां से सिंथेटिक दूध, पनीर और क्रीम की आपूर्ति उत्तरप्रदेश के आगरा, अलीगढ़, मेरठ, कानपुर, दिल्ली और मध्यप्रदेश के अन्य शहरों में की जाती है। वहीं एक अन्य डेयरी संचालक देवेंद, गुर्जर को कल एसटीएफ ने न्यायालय में पेश किया। जहां से उसे तीन दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है।