मध्यप्रदेश समेत चार अन्य राज्यों के विधानसभा चुनाव के लिए तिथि की घोषणा होता ही सभी राजनीतिक दलो की ओर से आरोप – प्रत्यारोप का शुरू हो गया है। जहा एक ओर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अपने मध्यप्रदेश प्रवास के दौरान बीजेपी पर एक के बाद एक लगातार कई हमले बोले वही गांधी के बयान पर पलटवार करते हुए राज्य के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने राहुल समेत पूरी पार्टी पर कटाक्ष किया।
कमल नाथ पर साधा निशाना
भोपाल में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा की। "कांग्रेस अब जाति का खेल खेल रही है, यही कांग्रेस पार्टी की मानसिकता है। राहुल गांधी पिछड़ों की बात कर रहे थे लेकिन वह खुद यह नहीं बता पा रहे हैं कि वह किस जाति से हैं। यहां तक कि मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम कमल नाथ भी नहीं बता पा रहे हैं।" उनकी जाति के बारे में नहीं बोलते। लेकिन वे बाकी लोगों की जनगणना चाहते हैं और वह भी केवल हिंदुओं की, कांग्रेस हिंदुओं के भीतर जाति विभाजन चाहती है," मिश्रा ने कहा।
कमल नाथ हर बात को राजनीति से जोड़ते
इस बीच, जब पूर्व सीएम नाथ ने सीएम शिवराज सिंह चौहान के गंगा नदी के किनारे बैठने की पोस्ट पर हमला बोला, तो उन्होंने कहा कि सीएम चौहान ने नर्मदा की परिक्रमा की, गंगा के दर्शन किए और कई संतों के दर्शन भी किए। कमल नाथ हर बात को राजनीति से जोड़ते हैं, यही उनकी खासियत है क्योंकि उनके साथ दिक्कत ये है कि वो दूसरी जगहों पर नहीं जा पाते। अब कमल नाथ से गंगा नदी पर जाने की उम्मीद करना संभव नहीं है। "मुख्यमंत्री शांति की तलाश में कैमरा टीम के साथ गए हैं, जबकि उनकी सरकार ने 'गंगा जल' पर जीएसटी लगाकर लोगों की धार्मिक भावनाओं के साथ खिलवाड़ किया है।
टैक्स बीजेपी का आध्यात्मिक भ्रष्टाचार
"मुझे उम्मीद है कि बीजेपी में बचे कुछ अच्छे नेता और समर्थक भी 'गंगा जल पर जीएसटी' लगाने के खिलाफ हमारे विरोध का समर्थन करेंगे। बीजेपी ने पहले राजनीति को व्यवसाय बनाया, अब वह गंगा जल को भी व्यवसाय मान रही है और उस पर टैक्स भी लगा रही है।" नाथ ने आगे लिखा, 'गंगा जल' पर टैक्स बीजेपी का आध्यात्मिक भ्रष्टाचार है।'